5 दिन से सोशल मीडिया पर हेलंग
देहरादून ब्यूरो। हेलंग गांव में टीएचडीसी एक हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट बना रही है। गांव का एक चारागाह कंपनी को मक डंप करने के लिए दिया गया है। कहा गया है कि इस ढलान पर मक डंप करके खेल मैदान बनेगा। गांव के कुछ परिवार इसका विरोध कर रहे हैं। 15 जुलाई को चारा-पत्ती लेकर आ रही महिला ने संभवत: इस जमीन पर पेड़ काटने का मक डंप करने का विरोध किया था। इस बात पर पुलिस और कंपनी द्वारा लगाई गई सीआईएसएफ से झड़प हो गई और इस घटना का वीडियो वायरल हो गया।
लेागों ने जताया रोष
इंद्रेश मैखुरी ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, जब राज्य में प्रकृति का पर्व हरेला मनाया जा रहा था, तब हेलंग में महिलाओं के साथ इस तरह का दुव्र्यवहार किया जा रहा था। कमलेश खंतवाल ने लिखा, बहुत शर्मनाक है। यह तो हरेला के औचित्य पर भी प्रश्नचिन्ह है। अनूप बिजल्वाण ने लिखा, ये राजशाही का जमाना वापस ला रहे, शर्मनाक। सुरेश नेगी ने लिखा, अब घास लकडिय़ां चुगने पर भी अधिकार नहीं, आखिर क्या चाहती है सरकार। दयाशंकर राय ने लिखा, लगता है, सत्ताएं अपना मानसिक संतुलन खो बैठी हैं।
पुलिस व डीएम को खरी-खरी
इस विवाद में चमोली पुलिस ने ट्विटर पर और डीएम ने फेसबुक पर पोस्ट लिखी तो यूजर्स ने उनकी भी खिंचाई कर दी। डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट चमोली के फेसबुक पेज पर सफाई दी गई, जांच में यह बात सामने आई है कि हेलंग ग्राम सभा ने प्रधान व वन पंचायत सरपंच में माध्यम से खेल मैदान का आग्रह टीएचडीसी से किया था। इसके लिए भूमि टीएचडीसी को दी गई। दो परिवार अपने निजी स्वार्थ के कारण बाधा डाल रहे हैं। डीएम की इस पोस्ट पर यूजर्स ने जमकर लानत-मलानत की। मोहन मिश्रा ने लिखा, हर प्रधान और हर सरपंच बिका हुआ है। जितना भ्रष्टाचार ये कर रहे हैं डीएम साहब, उतना कोई नहीं कर रहा। सजेन्द्र कठैत ने लिखा, आप लीपापोती कर रहे हैं। प्रदीप रावत ने लिखा, महिला ने घास ही तो काटा था, मैदान थोड़े उठाया था।
सीएम को भी नहीं बख्शा
थर्सडे को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपने ट्विटर पर इस घटना की गढ़वाल कमिश्नर से जांच करवाने का आदेश दिया तो यूजर्स ने उन्हें भी खूब सुनाई। जनाब हिल पांडा नामक यूजर ने लिखा, जांच के आदेश देना भी कमेटी बनाना जैसा ही है। शौर्य ने लिखा, गलती आपकी नहीं सर, इन महिलाओं और इनके परिवारों की है। इन लोगों ने भी वोट बीजेपी को ही दिया होगा। अरुण ड्यूंडी ने लिखा, आपने बहुत लेट कर दिया ट्वीट करने में।