यूएसए को भी भा रहा हर्षिल की राजमा
- उत्तराखंड ने एक साल में 1.5 अरब की दल, फल-सब्जियों का किया विदेशों में निर्यात
देहरादून ब्यूरो: सरकारी विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो वित्तीय वर्ष 2021-22 में उत्तराखंड ने इन औद्यानिक उत्पादों से पहली बार 1.5 अरब रुपये की विदेशों से कमाई की गई। यह राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि है। उद्यान विभाग के अधिकारियों की मानें तो राज्य में पहली बार कास्तकारों द्वारा उत्पादित आम की चौंसा और लगड़ा प्रजातियों के उच्च गुणवत्तायुक्त ताजे फलों के एक कंटेनर का निर्यात दुबई में किया जा रहा है। प्रदेश के किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) द्वारा उत्पादित दो कंटेनर उच्च गुणवत्तायुक्त शहद और एक कंटेनर राजमा का निर्यात यूएसए में किया जा रहा है।
किया 16134 मैट्रिक टन एक्सपोर्ट
वित्तीय वर्ष 2021-22 में उत्तराखंड से कृषि एवं औद्यानिक उत्पादों का 15873 मैट्रिक टन का निर्यात विश्व के कई देशों को किया गया है, जिसकी कीमत 95.40 करोड़ है। इसके अलावा 261 मैट्रिक टन जैविक उत्पाद का भी विदेशों में निर्यात किया गया, जिसकी कीमत 10 करोड़ बताई गई है। कुल मिलाकर राज्य ने 110 करोड़ 40 लाख रुपये का एक साल में फल-सब्जियों का विदेशों से कारोबार किया है, जो गौरव की बात है।
कई साल से हो रहा एक्सपोर्ट
राज्य की भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप प्रदेश में उत्पादित की जाने वाली विभिन औद्यानिक फसलों को बढ़ावा देने के लिए फल, सब्जी, मसाला, पुष्प, मौनपालन और मशरूम का भी कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण विगत वर्षों से विदेशों में निर्यात कर रहा है। एपीईडीए का क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून स्थिति किसान भवन में स्थापित किया गया है।
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने उत्तराखंड से कृषि और औद्यानिक उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए की जा रही अभिनव पहल के लिए शुक्रवार 5 अगस्त को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सीएम आवास से औद्यानिक फसलों से भरे वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा। इस दौरान कृषि मंत्री गणेश जोशी भी मौजूद रहेंगे।
बनेंगे एग्रीग्रेट पैक हाउस
उद्यान विभाग के निदेशक एचएस बवेजा ने बताया कि उत्तराखंड में औद्यानिक उत्पादों के निर्याप्त को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ईपीईडीए यानि एपिडा केंद्र सरकार के वित्तीय सहयोग से गढ़वाल मडल में राजकीय उद्यान गंगालहरी, देहरादून एवं कुमाऊं मंडल में राजकीय उद्यान कालाढुंगी, नैनीताल में कॉमन इंफ्रास्ट्रक्चर निर्यात के लिए एकीकृत पैक हाउस की स्थापना का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। जल्द ही एग्रीग्रेट पैक हाउसों का निर्माण किया जाएगा।
एचएस बवेजा, डायरेक्टर हॉर्टिकल्चर, उत्तराखंड डिमांड में है हनी
-विदेशों में निर्यात किए गए उत्पाद- 16134 मैट्रिक टन
- निर्यात किए गए उत्पादों की कीमत- 1.5 अरब रूपये
- विदेशों में सबसे ज्यादा डिमांड राजमा, आम और शहद की
- दुबई से संयुक्त राष्ट्र अमेरिका तक निर्यात हो रहे दाल, फल-सब्जियां
- राज्य में गढ़वाल-कुमाऊं में खोले जाएंगे एकीकृत पैक हाउस