हरिद्वार, ऋषिकेश की तर्ज पर विश्व विख्यात होगा हरिपुर
- सीएम ने यमुना घाट निर्माण कार्य हरिपुर व जमुना कृष्ण धाम मंदिर का किया शिलान्यास
- सीएम बोले, हरिपुर को किया जाएगा प्रदेश के नए तीर्थ स्थल के रूप में विकसित
टूरिज्म की बढ़ेगी संभावना
-हरबर्टपुर से यमुनोत्री तक सड़क चौड़ीकरण की भी केंद्र सरकार से मिल चुकी है सैद्धांतिक सहमति।
-पौराणिक मान्यताओं को पुनर्जीवित कर हरिपुर में आध्यात्मिक, सनातन संस्कृति के नए अध्याय की शुरुआत।
-सरकार ने हरिपुर धाम के यश को पुनस्र्थापित करने का जो संकल्प लिया, सिद्धि तक पहुंचाएगी।
-हरिपुर के एक नए धार्मिक स्थल के रूप में विकसित होने से क्षेत्र में पैदा होंगे रोजगार के अवसर।
-भविष्य में इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में यात्री एवं पर्यटक आएंगे।
सीएम ने कहा कि जौनसार-बाबर का क्षेत्र जो फलों सब्जियों के उत्पादन के लिए जाना जाता है, आने वाले समय में वह हरिपुर के लिए भी जाना जाएगा। कहा, हरिपुर क्षेत्र यमुना, टोंस, नौरा और अमलावा नदियों के महासंगम का पवित्र स्थान है। इस स्थान में पूर्व की भांति ही यमुना की दिव्य व भव्य आरती का भी आयोजन नियमित रूप से होगा। क्षेत्र में आने वाले लोग यहां की लोक संस्कृति के साथ हमारे आदर सम्मान को भी अपने साथ ले जाएंगे।
यमुना आरती में शामिल हुए
सीएम ने कहा कि हरबर्टपुर से यमुनोत्री तक सड़क चौड़ीकरण की केंद्र से सैद्धांतिक सहमति मिल चुकी है। जिसका कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा। इससे विकासनगर व कालसी क्षेत्र से भी चारधाम यात्रा का संचालन हो सकेगा। विधायक मुन्ना ङ्क्षसह चौहान ने कहा कि यमुना तट पर घाटों के निर्माण से क्षेत्र का नाम पर्यटन के साथ ही धार्मिक स्थल के रूप में उभरेगा। कार्यक्रम से पहले सीएम ने हरिपुर स्थित यमुना घाट पहुंच पूजा-अर्चना कर प्रदेश की तरक्की व खुशहाली की कामना की।
-राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत नमामि गंगे योजना के अंतर्गत एमडीडीए के माध्यम से स्नान घाट का निर्माण
-घाट का निर्माण यमुना नदी के दाईं तट पर 170 मी लंबाई व 15 मी। चौड़ाई में हो रहा।
-इस प्रोजेक्ट की लागत 752 लाख रुपए आंकी गई।
-प्रोजेक्ट में शाम की आरती के लिए 5 छतरी, 1 गजीबो व श्रद्धालुओं के बैठने के इंतजाम
-स्नान के समय नदी के प्रवाह से सुरक्षा के लिए रेलिंग व सेफ्टी चेन की भी व्यवस्था।
-रात के लिए स्ट्रीट लाइट व चेंजिंग रूम के साथ पेयजल की भी सुविधा मिलेगी।
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