2024 तब बनकर तैयार होगी ग्रीन बिल्डिंग
- दून में एक छत के नीचे मिलेंगी 64 दफ्तरों की सेवाएं
- स्मार्ट सिटी के तहत बन रही 188 करोड़ लागत की 8 मंजिला बिल्डिंग
बदलती रही लोकेशन
दून स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत ग्रीन बिल्डिंग की लोकेशन कई बार बदलती रही। सबसे पहले हरिद्वार रोड पर परिवहन निगम की वर्कशॉप पर बनाने का निर्णय लिया गया, लेकिन निगम की ओर से अधिक बोली लगाने के चलते काम शुरू नहीं हो पाया। इसके बाद द्रोण होटल परिसर फिर कलेक्ट्रेट परिसर में बनाने की बात आई, लेकिन यहां भी जमीन उपयुक्त नहीं मिली। अब फिर परिवहन निगम वर्कशॉप पर कैबिनेट ने मुहर लगाई।
कश्यपी इंफ्रस्ट्रक्चर को सौंपा काम
ग्रीन बिल्डिंग का काम केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के पास है। सीपीडब्ल्यूडी ने टेंडर के बाद ग्रीन बिल्डिंग का काम कश्यपी इंफ्रास्ट्रक्चर को दिया है। बिल्डिंग 21 माह में बनकर तैयार हो जाएगा। अभी जमीन हस्तांतरण की कार्रवाई शासन स्तर पर चल रही है। जमीन स्मार्ट सिटी को मिलते ही कार्य तेज गति से शुरू करने की बात की जा रही है।
दून में अलग-अलग जगहों पर बिखरे सरकारी विभागों को ग्रीन बिल्डिंग के छत के नीचे लाने की कवायद की जा रही है, ताकि जिले के 64 विभागों के सेवाएं आम जन को एक ही जगह पर सुलभ हो सके। स्मार्ट शहर में पब्लिक को जगह-जगह जाकर दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इससे जहां समय की बचत होगी वहीं शहर में यातायात सुदृढ़ होगा और जाम की समस्या से भी नहीं जूझना पड़ेगा। ग्रीन बिल्डिंग के स्पेशल फीचर्स
- भूकंपरोधी तकनीक से होगा निर्मााण
- चारों तरफ वेंटिलेशन की सुविधा
- पावर कम नेचुरल लाइट ज्यादा
- सोलर एनर्जी से होगी लैस
- ग्राउंड फ्लोर पर होंगेे इंफार्मेशन डिस्प्ले बोर्ड
- बिल्डिंग के चारों तरफ रहेगा तीसरी आंख का पहरा
- रेन वाटर हार्वेस्टिंग की होगी व्यवस्था
एक नजर में ग्रीन बिल्डिंग
लागत 188 करोड़
कवर्ड एरिया 19000 स्क्वायर मीटर
ग्राउंड फ्लोर प्लस 8 मंजिला
600 कार एंड टू व्हीलर्स पार्किंग
64 सरकारी विभागों के बनेंगे दफ्तर
सोनिका, सीईओ, स्मार्ट सिटी परियोजना
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