10 हजार दो, उत्तराखंड का आधार कार्ड लो
देहरादून (ब्यूरो)।एसटीएफ के एसएसपी हिमांशु अग्रवाल के अनुसार एसटीएफ को सूचना मिली थी कि ऋषिकेश के एक जन सेवा केंद्र में रुपये लेकर बाहरी देशों व राज्यों के निवासियों को उत्तराखंड का फर्जी आधार कार्ड, फर्जी वोटर आईडी तथा अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बनाये जा रहे है। यह भी पता चला कि यह काम लक्ष्मण सैनी नामक व्यक्ति कर रहा है। सच्चाई का पता लगाने के लिए एसटीएफ ने एक नेपाली नागरिक को आधार कार्ड बनवाने भेजा। सीएससी सेंटर के मालिक लक्ष्मण कुमार सैनी 10 हजार रुपये में दिलबहादुर का फर्जी आधार कार्ड और फर्जी वोटर आईडी बिना किसी वैध दस्तावेज के बनाने के लिये तैयार हो गया। उसने 3000 रुपये एडवांस लिये।
पौड़ी के गांव का वोटर कार्ड
एसटीएफ के अनुसार 26 दिसंबर को वोटर आई कार्ड और कुछ दिनों बाद आधार कार्ड देने का वादा किया। 26 दिसंबर को ही एसटीएफ ने सीएससी सेंटर ने को दिल बहादुर को पौड़ी के एक गांव का वोटर कार्ड बना दिया। साथ ही आधार कार्ड के लिए फॉर्म भर दिया गया। इसके तुरंत बाद एसटीएफ ने छापा मारकर आधार सेंटर समय लक्ष्मण सिंह सैनी और उसके साथ काम करने वाले दो अन्य व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया।
एसटीएफ कर रही पूछताछ
एसटीएफ ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ में कर इनके द्वारा अब तक बनाए गये आईडी कार्डों की जानकारी इक_ा की जा रही है। एसटीएफ के एसएसपी का कहना है कि इस तरह के फर्जीवाड़े के जरिए अगर कोई अपराधी अपनी पहचान बदल कर देहरादून या राज्य के किसी अन्य हिस्से में रह रहा होगा तो बड़ा नुकसान हो सकता है। यह देश के लिए भी बड़ा खतरा हो सकता है। इससे निपटना बेहद जरूरी है। एसएसपी के अनुसार इस मामले की जांच में एसटीएफ काफी दिनों से जुटी थी। अभी इस मामले में उन लोगों की पहचान जरूरी है, जिन्हें जाली आई कार्ड दिये गये हैं।
-लक्ष्मण सिंह सैनी पुत्र छोटे लाल सैनी निवासी मीरानगर मार्ग, गली नंबर 11 ऋषिकेश, देहरादून।
-बाबू सैनी पुत्र छोटे लाल सैनी निवासी मीरानगर मार्ग गली नं। 11 ऋषिकेश,देहरादून।
-भरत सिंह उर्फ भरदे दमई पुत्र टीकाराम निवासी गेहतमा, जिला रुकुम नेपाल, हाल निवासी धारीदेवी कलियासौढ। ये सामान हुआ बरामद
640 ब्लैंक प्लास्टिक कार्ड
200 लैमिनेशन कवर (कार्ड)
28 वोटर आईडी
68 आधार कार्ड
17 पैनकार्ड
7 आयुष्मान कार्ड
1 स्टैम्प, 1 स्टैम्प पैड
12,500 रुपये कैश
इलेक्ट्रॉनिक सामान