- सीमित वक्त की वजह से किराने की दुकानों में जुट रही भीड़

देहरादून,

कोरोनाकाल में हर तरफ खासी मार पड़ी है। यहां तक कि डेली नीड्स की सामग्री के लिए न केवल आम लोगों को दिक्कतें झेलनी पड़ी, वहीं किराना स्टोर संचालकों को भी सीमित समयावधि मिलने के कारण मिले ऑर्डर को पूरा करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। फिलहाल, अब किराना स्टोर संचालकों को उम्मीद है कि आने वाले जून से प्रशासन किराना स्टोरों के खोलने के समय में परिवर्तन करेगा। जिससे शहरवासियों को खरीदारी में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा और कारोबार भी प्रभावित नहीं होगा।

टैक्स में भी रियायत की आस

बीती 26 अप्रैल से दून में लगातार कोरोना कफ्र्यू जारी है। हफ्ते में सीमित दिनों के लिए राशन व किराना के स्टोर खोलने की परमिशन दी गई है। खास बात ये है कि हफ्ते में जिस दिन किराना या फिर राशन की दुकानों को खोलने की मंजूरी दी जा रही है, तो उसी दिन जमकर भीड़ उमड़ रही है। जिससे प्रशासन की एसओपी के उल्लंघन की दिक्कतें हो रही हैं। इसको देखते हुए दून में मौजूद तमाम किराना स्टोर संचालक व राशन के विक्रेता भी प्रशासन से निर्धारित समयावधि बढ़ाए जाने का आग्रह कर रहे हैं। उनका तर्क है कि इससे मार्केट में भीड़ भी कम नजर आएगी और लोगों को रोजाना डेली नीड्स की सामग्री की भी आसानी से सप्लाई हो पाएगी। किराना स्टोर संचालक जीएससी, स्टेट के लोकल टैक्स, स्टोरों में कार्यरत कार्मिकों को ईपीएफ दिए जाने की भी बात कह रहे हैं।

स्टोर संचालकों की डिमांड

-किराना स्टोर हफ्ते में तीन दिन खुले।

-ऑर्डर की सप्लाई में हो आसानी।

-ऑन लाइन ऑर्डर की तर्ज पर होम डिलीवरी को भी मिले मंजूरी।

-किराना स्टोरों को जीएसटी में मिले ढील।

-स्टाफ के ईपीएफ पर भी करे सरकार विचार।

-दून में मौजूद 100 से ज्यादा छोटे-बड़े किराना स्टोर।

-आम दिनों में हर स्टोर से रोजाना करीब 1 लाख तक का कारोबार।

रोजाना डेढ़ करोड़ से अधिक का कारोबार

एक अनुमान के अनुसार दून में रोजाना करीब डेढ़ करोड़ से अधिक का डेली नीड्स की सामग्री का कारोबार बताया गया है। इसमें करीब 100 से अधिक छोटे-बड़े किराना स्टोर शामिल हैं। जबकि आढ़त बाजार से लेकर तमाम इलाकों में मौजूद किराने की दुकानें भी शामिल हैं। जिनके जरिए इतना कारोबार संभावित बताया गया है।

40 परसेंट से ज्यादा कारोबार चौपट

सुविधा सुपर मार्केट के ओनर गर्वित गुप्ता कहते हैं कि कोरोना की सेकेंड वेव में मॉडल किराना स्टोरों पर भी खासी मार पड़ी है। कारोबार बमुश्किल 60 परसेंट तक पहुंच पाया। जिससे उनके सामने स्टाफ की सैलरी, किराया, लोन का भुगतान, टैक्स भरने जैसी चुनौतियां खड़ी हो गई हैं। गर्वित कहते हैं कि कोरोना के खतरे को देखते हुए उन्होंने प्रशासन के एसओपी का पूरा सहयोग किया है आगे भी करेंगे। लेकिन होम डिलीवरी व स्टोरों के खोलने की अवधि को बढ़ाया जाना चाहिए। जिससे जरूरी सामग्री के लिए कस्टमर्स की मारामारी कम होगी और सोशल डिस्टेंसिंग भी मेंटेन हो पाएगा। हालांकि गर्वित ये भी कहते हैं कि प्रशासन की ओर से वर्तमान में होम डिलीवरी के लिए सहयोग दिया है। परफैक्ट वैल्यू के अनमोल कहते हैं कि हफ्ते में सीमित अवधि के लिए किराना स्टोर खुलने के कारण बिजनेस प्रभावित हुआ है। ऑर्डर के मुताबिक होम डिलीवरी नहीं हो पा रही है। उम्मीद है जून से स्थितियों में सुधार आएगा।

कोरोना से हर सेक्टर पर मार पड़ी है। इसमें किराना स्टोर भी शामिल रहे हैं। लेकिन सरकार जीएसटी, स्टॉफ के ईपीएफ व लोकल टैक्स को लेकर विचार करना चाहिए। जबकि स्टोरों की तरफ से कोरोना एसओपी का पूरा अनुपालन किया जा रहा है।

अनमोल, ओनर, परफैक्ट वैल्यू।

किराना स्टोर के खोलने की अवधि में बढ़ोत्तरी को लेकर प्रशासन को विचार करना चाहिए। जिससे आम लोगों में खरीदारी के लिए मारीमारी न हो और सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रह सके। उम्मीद है सरकार इस पर विचार करेगी।

गर्वित गुप्ता, ओनर, सुविधा सुपर मार्केट।

Posted By: Inextlive