सिटी के दूसरे फ्लाईओवर की तुलना में सिटी के बल्लूपुर और बल्लीवाला फ्लाईओवर की हालत कुछ ठीक है लेकिन यहां भी लापरवाही कई जगह नजर आती है। यहां पार्किंग के लिए बेहतर व्यवस्था है। दोनों तरफ ग्रिल भी लगी हैं गाडिय़ां भी सिस्टम से पार्क होती हैं लेकिन पेड पार्किंग की बोर्ड लगे होने के बावजूद यहां पर पार्किंग फीस नहीं ली जा रही है।

देहरादून (ब्यूरो)। बल्लीवाला फ्लाईओवर के नीचे पार्किंग स्थल से घिरा एक शहीद स्थल भी बनाया गया है। यहां शहीद की प्रतिमा लगाने के साथ ही इस जगह पर टाइल्स भी लगाई गई हैं। लेकिन सफाई व्यवस्था ठीक-ठाक नहीं है। इसी शहीद स्थल के एक कोने में पुराने कपड़ों का एक ढेर भी लगा है। शहीद स्थल के पास ही एक जगह पुराने टूटे-फूटे गमले और अन्य टूटी-फूटी चीजें बेतरतीब रखी गई हैं।

स्कूल की पार्किंग
बल्लूपुर फ्लाईओवर के नीचे का एक बड़ा हिस्सा एक प्राइवेट स्कूल के पार्किंग के रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है। अपने वाहनों पर आने वाले स्टूडेंट्स के अलावा बच्चों को लेने आने वाले पेरेंट्स भी यहीं अपनी गाडिय़ां पार्क करते हैं। नतीजा यह होता है कि स्कूल के छुट्टी के समय यहां गाडिय़ों की रेलमपेल मच जाती है और रोड जाम हो जाती है।

बैनर लगाने की मनाही
फ्लाईओवर की नीचे जगह-जगह पोस्टर और बैनर न लगाने की हिदायत दी गई है। लेकिन, इन हिदायतों के बावजूद ऐसी सूचना के साथ में ही बड़े-बड़े बैनर नजर आ रहे हैं। दोनों फ्लाईओवर के नीचे कुछ लोग रात भी बिताते हैं। उनके कपड़े और बिस्तर यहां बेतरतीब बिखरे दिख जाते हैं।

नहीं ली जा रही फीस
इन दोनों फ्लाईओवर के नीचे नगर निगम के पेड पार्किंग संबंधी बोर्ड और पार्किंग फीस की लिस्ट भी लगाई गई है। लेकिन यहां जो लोग मिले उनका कहना था कि फिलहाल यहां कोई फीस नहीं ली जा रही है। खास बात यह है कि एक तरफ जहां सिटी में सड़कों के किनारे गाडिय़ां पार्क करवाने के लिए स्मार्ट पार्किंग नाम देकर लोगों को पैसा वसूला जा रहा है, वहीं दूसरी ओर बल्लूपुर और बल्लीवाला फ्लाई ओवर के नीचे पार्किंग की ठीक-ठाक व्यवस्था होने के बावजूद फीस नहीं ली जा रही है या फिर इसमें लापरवाही की जा रही है।

क्या कहते हैं लोग
ज्यादातर फ्लाई ओवर के नीचे पार्किंग बनाई गई है। यहां कुछ ठीक व्यवस्था है। मैं कभी कभी यहां गाड़ी लगाता हूं, अभी तक तो किसी ने पैसे नहीं मांगे। आईएसबीटी पर तो थोड़ी देर के लिए भी 10 रुपये लेेते हैं।
- शोभाराम

फ्लाई ओवर के नीचे जो जमीन है उसका बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। ज्यादातर जगहों पर ऐसा लगता है, जबरन कब्जा किया गया है। वेंडिंग जोन, पार्किंग आदि अच्छे तरीके से डेवलप करके फीस ली जाए तो इसमें बुराई नहीं है।
- ज्योत्सना पंवार

देहरादून में जहां भी फ्लाई ओवर बने हैं, वहां हालत ज्यादा खराब हुई है। आईएसबीटी की स्थिति सबसे बुरी है। फ्लाई ओवर के नीचे की जमीन का सबसे बेहतर इस्तेमाल मोहकमपुर में हो रहा है। हालांकि वहां सफाई की कमी है। बल्लूपुर और बल्लीवाला की स्थिति काफी ठीक है।
- प्रकाश नेगी

Posted By: Inextlive