अक्षय तृतीया पर्व विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा की विधिवत शुरुआत हो गई। गंगोत्री धाम के कपाट अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 11।15 बजे और यमुनोत्री धाम के कपाट अभिजीत मुहूर्त व कर्क लग्न में दोपहर 12।15 बजे खोले गए। दोनों धाम में प्रथम पूजा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम से हुई। गंगोत्री धाम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री की ओर से संकल्प लिया। जबकि यमुनोत्री धाम में अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल और उपजिलाधिकारी शालिनी नेगी को संकल्प दिलाया गया। पहले दिन गंगोत्री में लगभग दस हजार और यमुनोत्री में लगभग छह हजार यात्रियों ने दर्शन किए। इसी कड़ी में केदारनाथ धाम के कपाट छह मई और बदरीनाथ धाम के कपाट आठ मई को खोले जाएंगे।


मंगलवार सुबह 6ः30 बजे मां गंगा की डोली भैरव घाटी स्थित भैरव मंदिर से गंगोत्री के लिए रवाना हुई। ठीक 9ः30 बजे डोली गंगोत्री पहुंची और फिर पारंपरिक रीति-रिवाज के साथ धाम के कपाट खोले गए। इस मौके पर श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल, गंगोत्री विधायक सुरेश चौहान, डीजीपी अशोक कुमार आदि मौजूद रहे। उधर, सुबह 8ः30 बजे देवी यमुना की डोली अपने शीतकालीन प्रवास खरसाली से शनिदेव की अगुआई में यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई। 11.30 बजे डोली यमुनोत्री पहुंची और फिर विधि-विधान पूर्वक धाम के कपाट खोल दिए गए। इस मौके पर यमुनोत्री मंदिर समिति के उपाध्यक्ष राजस्वरूप उनियाल, यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल आदि मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive