नाबालिग के साथ खड़ी बस में गैंग रेप, ड्राइवर-कंडक्टर समेत 5 आरोपी अरेस्ट
देहरादून (ब्यूरो) एसएसपी अजय ङ्क्षसह ने बताया कि मूल रूप से मुरादाबाद की रहने वाली नाबालिग की पटियाला में रिश्तेदार रहती है। वह मानसिक रूप से कमजोर बताई जा रही है। इस वजह से वह पटियाला जाने के बजाय दिल्ली की बस में बैठ गई। इसी दौरान नाबालिग दिल्ली के कश्मीरी गेट बस अड्डे पर उत्तराखंड रोडवेज की दून डिपो (ग्रामीण) की बस संख्या यूके-07पीए-5299 में सवार हो गई। इस दौरान नाबालिग की मजबूरी को भांपते हुए बस चालक धर्मेंद्र कुमार निवासी ग्राम बंजारावाला ग्रांट थाना बुग्गावाला हरिद्वार की नीयत खराब हो गई। उसने नाबालिग से कहा कि वह उसको दून से पटियाला की बस में बैठा देगा। रात करीब ढाई बजे बस दून आईएसबीटी पहुंची।
मानसिक स्थिति का उठाया फायदा
एसएसपी के मुताबिक किशोरी की मानसिक स्थिति ठीक न होने का फायदा उठाकर आरोपी ने उसके साथ बस में ही दुष्कर्म किया। इसके बाद इसी बस के कंडक्टर देवेंद्र निवासी चूडियाला भगवानपुर हरिद्वार ने भी नाबालिग के साथ मुंह काला किया। जब इसकी जानकारी दूसरी बस के चालक रवि कुमार निवासी ग्राम सिला थाना नवाबगंज, जिला फर्रुखाबाद व राजपाल निवासी बंजारावाला ग्रांट थाना बुग्गावाला हरिद्वार को लगी तो वे भी बस में चढ़े और दोनों ने किशोरी को हवस का शिकार बनाया। इसी दौरान रात में जब बस परिचालक देवेंद्र कैश काउंटर पर कैश जमा करने गया तो वहां उसे कैशियर रोडवेज राजेश कुमार निवासी माजरा पटेलनगर मिला। देवेंद्र ने उसे भी बस में भेजा और राजेश कुमार ने भी किशोरी के साथ दुष्कर्म किया।
एसएसपी के मुताबिक 12 अगस्त की देर रात सुरक्षा गार्ड ने जब नाबालिग को प्लेटफार्म नंबर 12 में किसी से बात करते देखा तो गार्ड का शक गहरा गया। जिसकी सूचना तत्काल सीडब्ल्यूसी के बूथ तक पहुंचाई। सीडब्ल्यूसी के स्टाफ ने किशोरी के बारे में पुलिस चौकी में सूचना दी और उसे बाल कल्याण होम ले गए। जहां नाबालिग का मेडिकल कराया गया। जिस बस में कुकृत्य, वह सीज
सैटरडे को सीडब्ल्यूसी ने इसकी रिपोर्ट पटेलनगर पुलिस को दी। मामला जब एसएसपी अजय ङ्क्षसह तक पहुंचा तो उन्होंने पटेलनगर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक कमल कुमार लुंठी को निर्देश दिए। संडे को एसएसआई मनमोहन नेगी व चौकी प्रभारी आईएसबीटी देवेश खुगशाल ने टीम सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। जिस बस में नाबालिग के साथ $कुकृत्य उसको कब्जे में लेकर सीज कर दिया गया।
दिल्ली में ही बना ली थी योजना
पुलिस की दावों पर गौर करें तो उत्तराखंड रोडवेज के बस चालक धर्मेंद्र कुमार ने दिल्ली में दुष्कर्म की योजना बना दी थी। खास बात ये थी कि घटना के बाद आधी रात में पीडि़ता को पटियाला भेजने की योजना थी। लेकिन, पहले ही घटना का राज खुल गया। माना जा रहा है कि तभी बिना टिकट के नाबालिग को दिल्ली से दून तक लाया गया। पुलिस के मुताबिक सुबह करीब चार बजे पटियाला के लिए बस रवाना होती है। इसको देखते हुए उन्होंने पीडि़ता को कुछ रुपए दिए और बस में बैठने के लिए कहा था। लेकिन, इस बच सीडब्ल्यूसी तक मामला पहुंच गया।
17 अगस्त को जब मामला पुलिस तक पहुंचा तो पुलिस पीडि़त को लेकर आईएसबीटी लेकर गई। घटना वाली रात की सीसीटीवी फुटेज दिखाए। कई बार फुटेज दिखाने के बाद पीडि़ता ने एक आरोपी को पहचाना। उसके बाद पुलिस के लिए रास्ता साफ हो गया। आईएसबीटी में पूछताछ के बाद पुलिस को जानकारी मिली कि वह व्यक्ति चालक धर्मेंद्र है। इस बीच पुलिस ने 17 अगस्त की रात को ही धर्मेंद्र को हिरासत में लिया। उसके बाद एक-एक करके सब पुलिस की गिरफ्त में आते गए।
आरोपियों पर एक नजर
-धर्मेंद्र कुमार निवासी ग्राम बंजारा वाला ग्रांट, थाना बुग्गा वाला, हरिद्वार, उम्र 32 वर्ष ( चालक बस संख्या - यूके 07 पीए 5299)
-देवेंद्र निवासी चूडियाला, भगवानपुर, हरिद्वार उम्र 52 वर्ष ( परिचालक बस संख्या - यूके 07 पीए 5299)
-रवि कुमार निवासी ग्राम सिला, थाना नवाबगंज, जिला फर्रुखाबाद उम्र 34 वर्ष (चालक अन्य बस)
-राजपाल निवासी बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला, हरिद्वार, उम्र 57 वर्ष (चालक अन्य बस)
-राजेश कुमार सोनकर निवासी माजरा, पटेलनगर, उम्र 38 वर्ष (कैशियर रोडवेज)