वन संपदा हमारी आर्थिक प्रगति और विकास का बन सकता है जरिया: राज्यपाल
-यूपी की संवेदना चौहान ने पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का गोल्ड मैडल किया हासिल
देहरादून, 2 अगस्त (ब्यूरो)। राज्यपाल ले।जन। गुरमीत सिंह (रिटा।) ने ट्यूजडे को एफआरआई में केंद्रीय अकादमी राज्य वन सेवा दून के 35वें दीक्षांत समारोह में बतौर चीफ गेस्ट शिरकत की। राज्यपाल ने प्रशिक्षण के दौरान तमाम क्रिया कलापों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले ट्रेनी अफसरों को प्रशस्ति पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया। यूपी की संवेदना चौहान को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का गोल्ड मैडल देकर सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कैंपस में लगी फोटो गैलरी का भी अवलोकन कर तारीफ की। वहीं, उन्होंने केंद्रीय अकादमी के तमाम प्रकाशनों का विमोचन भी किया।-35वें राज्य वन सेवा के वर्ष 2021-23 के दो वर्षीय प्रवेश पाठ्यक्रम बैच में 33 अफसरों ने ट्रेनिंग प्राप्त की।
-बैच में 5 राज्यों, जिनमें यूपी के 18, पश्चिम बंगाल के 8, मेघालय के 4, महाराष्ट के 1 अधिकारी।-
-मृदा संरक्षण एवं भू-प्रबन्धन में कार्यकुशलता के लिए आरसी कौशिक पुरस्कार- सलोनी, यूपी।नागालैंड के 2 राज्य वन सेवा के अधिकारी रहे शामिल रहे।
-बैच में कुल 8 महिला अधिकारियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया।
अमृतकाल में अधिकारियों की जिम्मेदारी बढ़ी
अपने संबोधन में राज्यपाल ने अधिकारियों और उनके परिजनों को बधाई व शुभकामनाएं दी। कहा, आप सभी ऐसे वक्त पर वन सेवा में सम्मिलित हुए हैं, जब भारत अमृतकाल के दौर में प्रवेश कर चुका है। ऐसे में आपकी जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है। कहा, आप सभी करीब तीन दशकों तक देश व प्रदेश की सेवा करेंगे। यह समय आपके संकल्प और नए भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण होगा। राज्यपाल ने कहा कि वन एवं वन संपदा हमारी आर्थिक प्रगति और विकास का जरिया बन सकता है। इसमें वन विभाग से जुड़े अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। दीक्षांत समारोह में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी दून के डायरेक्टर भारत ज्योति ने भी अधिकारियों को सम्बोधित किया। एफआरआई की डायरेक्टर डॉ। रेनू सिंह, महानिदेशक भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद अरुण सिंह रावत, निदेशक वन शिक्षा निदेशालय दून अनुराग भारद्वाज समेत वन सेवा के अन्य अधिकारीगण व ट्रेनी अफसरों के परिजन मौजूद रहे।
पदक व पुरस्कार प्राप्त करने वाले अधिकारी
-पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का स्वर्ण-संवेदना चौहान, यूपी। -पदक पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय उत्कृष्ट ऑलराउंडर अधिकारी प्रशिक्षणार्थी एवं अतिव्यावहारिक वन विद रजत पदक-सलोनी, यूपी। -पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय का वन प्रबन्धन एवं कार्य योजना में कार्यकुशलता के लिए रजत पदक-कृष्ण चंद्रशेखर, यूपी
-पारिस्थितिकी में कार्यकुशलता के लिए रजत पदक -कृष्ण चंद्रशेखर, यूपी।
-इंजीनियर एवं सर्वेक्षण में कार्य कुशलता के लिए केन्द्रीय अकादमी राज्य वन सेवा संगठन पुरस्कार-सलोनी, यूपी।
-वन सुरक्षा तथा जनजातीय कल्याण के लिए पी। श्रीनिवास पुरस्कार-संवेदना चौहान, यूपी।dehradun@inext.co.in