चारधाम यात्रा की शुरुआत ऋषिकेश से होती है। यहीं से यात्रा पर निकलने के लिए यात्री अपने वाहनों के ग्रीन कार्ड बनाते हैं। 22 अप्रैल से शुरू हो रही यात्रा को देखते हुए परिवहन विभाग ने यात्रियों को एक ही स्थान पर ग्रीन कार्ड मुहैया कराने के लिए काउंटर नंबर-8 ग्रीन कार्ड नाम दिया है। इसके अलावा जिस स्थान पर ये ग्रीन कार्ड बनाए जाएंगे उस बिल्डिंग को पूरी तरह ग्रीन कलर से सुसज्जित भी कर दिया गया है।


-ग्रीन कार्ड बनाने के दौरान ग्रीन सेक्शन नजर आएगा, 24 घंटे यात्रियों को मिलेगी सेवा

देहरादून, 28 मार्च (ब्यरो): परिवहन विभाग ने इस बार यात्रियों को सुविधाएं देने के लिए नई पहल की शुरुआत की है। यात्रा के दौरान यात्रियों को ग्रीन कार्ड बनाने के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े, बकायदा ग्रीन बिल्डिंग तक तैयार कर ली गई है। जिससे यात्रा पर आने वाले यात्रियों को ग्रीन कार्ड जैसी सुविधाएं एक ही छत के नीचे एक ही स्थान पर आसानी से उपलब्ध हो पाएगी। जिस बिल्डिंग को इसके लिए तैयार किया गया है, बकायदा, उसका नाम ग्रीन सेक्शन काउंटर नम्बर 8 ग्रीन कार्ड के नाम दिया गया है। इस बिल्डिंग के फ्रंट पर हेमकुंड साहिब से लेकर वल्र्ड फेम चारधामों के चित्र भी उकेरे गए हैं।

ग्रीन बिल्डिंग की खासियत
-ग्रीन कार्ड बनाने के लिए मुख्य मार्ग पर तैयार किया ग्रीन सेक्शन
-ऋषिकेश यात्रा मार्ग में बने बिल्डिंग दिख जाती है चारधाम यात्रा की झलक
-इस बिल्डिंग पर एक नहीं, कई काउंटर किए गए हैं तैयार।
-यात्रियों की आमद होते ही 24 घंटे संचालित होंगे काउंटर।
-यात्रियों को देर रात तक भी ग्रीन कार्ड की सुविधा मिल सकेगी।

3 अप्रैल से बनेंगे ग्रीन कार्ड
चारधाम यात्रा के लिए निकलने वाले यात्रियों के लिए वेब पोर्टल पर आवेदन शुरू हो गए हैं। आरटीओ के मुताबिक अभी ऑनलाइन आवेदन शुरू किए गए हैं। इसके बाद करीब छह के उपरांत ग्रीन कार्ड बनाने की प्रक्रिया 3 अप्रैल से शुरू हो पाएगी। ग्रीन कार्ड केवल कॉमर्शियल व्हीकल्स के लिए बनेंगे। प्राइवेट वाहनों से चारधाम यात्रा जाने वाले यात्रियों के ट्रिप कार्ड बनवाना जरूरी होगा। इसके लिए भी इसी ग्रीन सेक्शन में जाना होगा।

क्या है ग्रीन कार्ड
ये ऐसा दस्तावेज है। जिसमें वाहन से संबधित अभिलेखों का ब्यौरा होता है। इसके लिए आवेदन करने के बाद वाहन की जांच को किसी भी आरटीओ ऑफस ले जाना होगा। अच्छी बात ये है कि आरटीओ से हरी झंडी मिलने के बाद ग्रीन कार्ड की वैधता अवधि 30 नवम्बर तक होगी। इसके बाद किसी भी दस्तावेज की कमी होने पर इसकी वैधता अपने आप ही समाप्त हो जाएगी।

ग्रीन कार्ड के लिए ये दस्तावेज जरूरी
-रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र
-राज्य का कर जमा प्रमाणपत्र
-फिटनेस प्रमाणपत्र
-उत्तराखंड का परमिट
-वाहन का इंश्योरेंस
-पॉल्यूशन सर्टिफिकेट

यात्रा में दौड़ेगी 1500 बसें
यात्रा सीजन परिवहन विभाग की ओर से 1500 बसों के संचालन की तैयारी की जा रही हैं। जीएमओ, टीजीएमओ, हिमगिरी बस सेवा, विश्वनाथ बस सेवा समेत रोडवेज की बस मिलाकर परिवहन विभाग के पास कुल 1100 बसों की ही व्यवस्था हो पाई हैं। बैकअप के तौर पर विभाग यूपी, हिमाचल-प्रदेश व दिल्ली से बसें मंगाने की तैयारी कर रहा है। जिससे यात्रा में जाने वाले यात्रियों को परेशानी न हो।

परिवहन विभाग की अलग छवि दिखनी चाहिए। इसमें यात्रियों की सुविधा का भी ध्यान रखा जाएगा। जिसमें ग्रीन कार्ड के काउंटर शुरू किए गए हैं, बिल्डिंग का पूरा लुक भी ग्रीन किया गया है और नाम ग्रीन सेक्शन रखा गया है। इस सेक्शन में सभी धामों की भी झलक नजर आएगी।
- सुनील शर्मा, आरटीओ प्रशासन

Posted By: Inextlive