जी हां जीएमएस रोड स्थित बल्लीवाला फ्लाईओवर को मरम्मत के लिए ट्यूजडे को एकाएक बंद कर दिया गया। फिर क्या वाहनों का एकतरफा दबाव संकरी सर्विस लेन पर पड़ गया। हाल ये रहा कि इस मार्ग पर दिनभर जाम की स्थिति बनी रही।

-सर्विस लेन पर बढ़ा वाहनों का दबाव, बल्लूपुर से लेकर कमला पैलेस तक जाम
-मरम्मत के लिए बल्लीवाला फ्लाईओवर को किया गया बंद

दिन-वेडनसडे
वक्त-दोपहर 12 बजे
सीन-फ्लाईओवर के दोनों तरफ ट्रैफिक जाम

देहरादून, (ब्यूरो): चिलचिलाती धूम में लोग जाम में पसीने से तरबतर हुए। कई लोगों ने विभाग के इस निर्णय पर खूब भला-बुरा कहा। दिनभर जाम इस कदर लगा रहा कि करीब 3 किमी तक से लोग हलकान रहे। बल्लूपुर से लेकर कमला पैलेस तक लोगों को सुबह से लेकर शाम तक ट्रैफिक की दिक्कत से जूझना पड़ा। पीक ऑवर में फ्लाईओवर की मरम्मत के काम शुरू किए जाने को लेकर लोगों में गुस्सा नजर आया। लोगों का कहना है कि यात्रा सीजन के चलते शहर में वाहनों का पहले से ही प्रेशर है। ऊपर से फ्लाईओवर को मरम्मत के लिए बंद करना कहां तक उचित है। मरम्मत करनी भी है तो रात्रि में की जाती, जिस समय ट्रैफिक नहीं रहता है।

हटाई जा रही सड़क की पुरानी परत
मरम्मत के लिए फ्लाईओवर की सड़क की पूरी परत उखाड़कर नई बिछाई जाएगी। साथ ही पुराने फाइबर वाले डिवाइडर को हटाकर लोहे के डिवाइडर लगाने की भी एनएच खंड डोईवाला की योजना है। राष्ट्रीय राजमार्ग खंड डोईवाला के अधिशासी अभियंता प्रवीण कुमार के मुताबिक बल्लीवाला फ्लाईओवर की सड़क की पुरानी परत को इसलिए उखाडऩा जरूरी है, क्योंकि यह कंक्रीट के ढांचे पर खड़ा है। इसकी भार वहन करने की एक निर्धारित क्षमता है। यदि सामान्य सड़क की तरह पुरानी परत के ऊपर नई बिछा दी जाएगी तो इससे फ्लाईओवर के ढांचे पर अतिरिक्त भार पड़ता रहेगा। भार को नियंत्रित करने के लिए ही पुरानी परत को हटाया जा रहा है।

फाइबर की जगह लगेंगे पक्के डिवाइडर
फ्लाईओवर पर यह देखा गया है कि फाइबर वाले पिलर डिवाइडर जगह-जगह से उखाड़ दिए जाते हैं। ऐसे में दोपहिया से लेकर चौपहिया वाहन तक बीच फ्लाईओवर से मुड़ते हुए देखे जाते रहे हैं। सड़क सुरक्षा के लिहाज से यह स्थिति खतरनाक है। लिहाजा, इनकी जगह लोहे के एक फीट तक ऊंचे पक्के डिवाइडर लगाए जाएंगे।

यातायात के सेफ नहीं फ्लाईओवर
अगस्त 2016 में जब यह फ्लाईओवर तैयार हुआ, तभी इस बात की आशंका भी तेज हो गई थी कि यह यातायात के लिए सुरक्षित नहीं है, क्योंकि फोरलेन में पास किए गए फ्लाईओवर का जबरन दो लेन में निर्माण करा दिया गया। अधिकारियों ने यह जानते हुए भी इसमें सुधार नहीं किया कि फ्लाईओवर पर तीव्र मोड़ भी है और इसका संकरापन हादसों का सबब बनेगा। फ्लाई ओवर पर अब तक 20 से अधिक छात्र-युवा फ्लाईओवर पर जान गंवा चुके हैं। लोग इसे खूनी फ्लाईओवर के नाम से भी जानते हैं।

एक और डबल लेन का मामला बजट के अभाव में पेंडिंग
फ्लाईओवर के संकरेपन के चलते लगातार होते एक्सीडेंट का संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट ने मई 2018 में फ्लाईओवर को फोर लेन करने या बगल में एक और फ्लाईओवर निर्माण पर फिजिबिलिटी रिपोर्ट तलब की थी। यह रिपोर्ट भी बनाई गई और तय किया गया कि बल्लूपुर चौक से बल्लीवाला की तरफ आते हुए दायीं तरफ एक और डबल लेन फ्लाईओवर बनाया जा सकता है। इसकी लागत जमीन अधिग्रहण को मिलाकर करीब 110 करोड़ रुपये बैठ रही है, लेकिन इसके लिए सरकार बजट न होने का राग अलाप रही है।

शुक्रवार को खुलेगा फ्लाईओवर
बताया गया कि मरम्मत का कार्य थर्सडे मध्य रात्रि तक जारी रहेगा। फ्लाईओवर को फ्राइडे सुबह वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। तब तक वाहनों का संचालन फ्लाईओवर के नीचे सर्विस लेन से ही कराया जा रहा है। हालांकि, इस प्रक्रिया में सर्विस लेन पर भारी जाम की स्थिति देखने को मिल रही है। यात्राकाल में वाहनों का दबाव सामान्य से अधिक होने के चलते वाहन चालकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

एनएच विंग ने फ्लाईओवर की मरम्मत के लिए एक हफ्ते का वक्त मांगा था, लेकिन ट्रैफिक के दबाव को देखते हुए केवल तीन दिन का ही समय दिया गया है। नियत समय के भीतर मरम्मत का काम पूरा होने पर फ्लाईओवर खोल दिया जाएगा।
अक्षय कोंडे, एसपी ट्रैफिक

फ्लाईओवर की सड़क की पुरानी परत को उखाड़ा जा रहा है। क्योंकियह कंक्रीट के ढांचे पर खड़ा है। इसकी भार वहन करने की एक निर्धारित क्षमता है। अतिरिक्त भार को नियंत्रित करने के लिए ही पुरानी परत को हटाया जा रहा है।
प्रवीण कुमार, अधिशासी अभियंता, एनएच खंड, पीडब्ल्यूडी, डोईवाला

Posted By: Inextlive