फायर सीजन बड़ा चैलेंज
- ट्यूजडे को दून में दो जगह लगी आग
- डस्टबिन की आग की चपेट में आए पांच वाहन खाक - जूट बैग गोदाम में आग से भारी नुकसान देहरादून,फायर सीजन दून पर भारी पड़ रहा है। वेडनसडे को शहर में आग की दो घटनाएं सामने आईं। थाना कोतवाली इलाके में कूड़े के ढेर में आग लगने से पास में खड़ी 4 कार खाक हो गईं। फायर ब्रिगेड समय पर पहुंच गई वरना और वाहन भी आग की चपेट में आ सकते थे। वहीं दूसरी घटना सत्तोवाली घाटी मस्जिद के पास जूट बैग गोदाम की है, यहां आग से सारा सामान खाक हो गया। इससे पहले ट्यूजडे को पटेलनगर एरिया स्थित एक कुकिंग ऑयल फैक्ट्री में भी आग की घटना सामने आई थी। एक बार फिर सवाल खड़ा हुआ है कि आग की घटनाओं से कैसे बचा जाए। न तो फायर ब्रिगेड के पास पूरा स्टाफ है न संसाधन, ऐसे में अग्निकांडों के दौरान फायर कंट्रोल और रेस्क्यू फायर ब्रिगेड और पुलिस के लिए किसी चैलेंज से कम नहीं है।
1--- कूड़े में आग, चार वाहन खाकदून फायर स्टेशन को वेडनसडे तड़के साढ़े 4 बजे सूचना मिली कि कांवली रोड एरिया सरस्वती सोनी मार्ग पर चार वाहन आग की चपेट में आ गए हैं। बताया जा रहा है कि कूड़े के ढेर में लगाई आग वाहनों तक पहुंच गई और घटना सामने आई। पुलिस बल और फायर ब्रिगेड तत्काल मौके पर पहुंचे और आग बुझाना शुरू किया। इस दौरान चार लग्जरी कार (इनोवा, डिजायर, ईटीओस और जेस्ट) पूरी तरह खाक हो चुकी थीं। एक और कार आग पकड़ चुकी थी, जिस पर काबू पा लिया गया। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। ये वाहन विशेष गर्ग निवासी सरस्वती सोनी मार्ग की जय श्री बालाजी टूर एंड ट्रेवल्स की थीं।
2--- जूट बैग गोदाम में आग वेडनसडे को दोपहर में सत्तोवाली घाटी स्थित मस्जिद के पास जूट बैग गोदाम में आग लगने की सूचना सिटी कंट्रोल रूम के माध्यम से थाना बसंत विहार को मिली। सूचना पर तुरन्त थाना पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर उपलब्ध उपकरणों से आग बुझाने का प्रयास किया गया और दमकल की 5 गाडियां मौके पर पहुंची। स्थानीय पुलिस व दमकल कर्मियों द्वारा काफी मशक्कत के बाद लगभग 1 घंटे मे आग पर काबू पाया गया। पुलिस पूछताछ में जानकारी मिली कि जूट बैग गोदाम मो। शमीम नामक व्यक्ति की है, जो खुद मौके पर मौजूद था। आग का कारण शॉर्ट-सर्किट बताया जा रहा है।बड़ा चैलेंज- संसाधन हैं लेकिन स्टाफ आधा
फायर सीजन शुरू होते ही फायर सर्विस की मुश्किलें बढ़ जाती हैं। दून फायर स्टेशन के पास संसाधन तो हैं लेकिन मैन पावर की काफी कमी है। दून में फायरमैन कांस्टेबल के 56 पद स्वीकृत हैं, जबकि 42 फायरमैन कार्यरत हैं, ऐसे में 14 फायरमैन कम हैं। दरोगा के तीन पद स्वीकृत हैं, जबकि कार्यरत सिर्फ एक है। सीएफओ का पद भी रिक्त है। गायब हुए फायर हाइड्रेंट दून में आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए जगह-जगह फायर हाइड्रेंट बनाए गए थे। ऐसे 62 फायर हाइड्रेंट शहरभर में होने चाहिए ताकि आग के दौरान फायर ब्रिगेड के वाहनों को पानी मिल सके। लेकिन शहर में सिर्फ 12 फायर हाइड्रेंट वर्किंग मोड में हैं। एक वर्ष में दून में 400 से भी ज्यादा आग की घटनाएं होती हैं। दून में आग की घटनाएं 2019- 414 2020- 76 (अप्रैल तक) फायर हाइड्रेंट होने चाहिए- 62 उपलब्ध हैं- 12 -------------------- ह्यूमन रिसोर्स फायरमैन वर्किग- 42 वैकेंट -14 दरोगा वर्किग - 1 वैकेंट- 2 सीएफओ वैकेंट ----------------- फायर ब्रिगेड व्हीकल 7- मोटर फायर इंजन 1- फोम टेंडर 2- मिनी व्हीकल 1- मल्टीपरपज व्हीकल 4- मोटर साइकिल1- ब्रोंटो - (30 मीटर तक सीढ़ी लगाकर आग बुझाई जा सकती है.)
----------------------------------- आग लगे तो डायल करें 0135- 2716242 -101 -112 ------------------------------------- फायर सीजन को लेकर फायर स्टेशन पूरी तरह से सतर्क है। हमारे पास मैन पावर कम है, लेकिन संसाधनों की कमी नहीं है। अर्जुन सिंह रांगड़, एफएसओ ------------------