आखिरकार ग्रीन बिङ्क्षल्डग का काम शुरू
- छुट्टी के दिन बिल्डिंग की बेसमेंट की खोदाई के साथ शुरू हुआ काम
- ईआईए रिपोर्ट के बाद ग्रीन बिल्डिंग को मिला ग्रीन सिग्नल
18 माह में बनेगी 8 मंजिला बिल्डिंग
डीएम और स्मार्ट सिटी कंपनी की सीईओ सोनिका ने बताया किग्रीन बिङ्क्षल्डग में दो बेसमेंट बनाए जाने हैं, लिहाजा इसके लिए खोदाई शुरू कर दी गई है। दरअसल अब निर्माण की सभी औपचारिकताएं पूरी हो गई है, लिहाजा कार्यदाई संस्था केंद्रीय लोक निर्माण विभाग को तीव्र गति से काम पूरा करने को कहा गया है, ताकि ग्रीन बिङ्क्षल्डग को 18 माह के लक्ष्य के भीतर जनता को समर्पित किया जा सके।
ग्रीन बिङ्क्षल्डग के निर्माण के लिए कार्यदाई संस्था केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने डेढ़ साल पहले ही टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली थी। इसके बाद भी निर्माण इसलिए शुरू नहीं किया जा सका, क्योंकि जमीन पर अधिकारी अंतिम निर्णय नहीं ले पाए थे। ग्रीन बिङ्क्षल्डग का निर्माण पहले कलेक्ट्रेट परिसर में प्रस्तावित था। लेकिन, वहां संचालित किए जा रहे कार्यालयों की शङ्क्षफ्टग में पसीने छूट गए। फिर अंतिम रूप से हरिद्वार रोड स्थित परिवहन निगम कार्यशाला की भूमि का चयन किया गया। परियोजना पर एक नजर
184.58 करोड़ है ग्रीन बिल्डिंग की लागत
6500 स्क्वायर मीटर है कवर्ड एरिया
19000 स्क्वायर मीटर है टोटल भूमि
100 केएलडी क्षमता का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट
500 व्यक्तियों की क्षमता का सेमिनार
08 मंजिला होगी ग्राउंड फ्लोर को मिलाकर बिल्डिंग
600 कार एंड टू व्हीलर्स पार्किंग की होगी जगह
64 सरकारी विभागों के दफ्तर होंगे शिफ्ट
18 माह में बनकर तैयार होगी ग्रीन बिल्डंग
ग्रीन बिल्डिंग के स्पेशल फीचर्स
- भूकंपरोधी तकनीक से होगा निर्मााण
- चारों तरफ वेंटिलेशन की सुविधा
- पावर कम नेचुरल लाइट ज्यादा
- सोलर एनर्जी से होगी लैस
- ग्राउंड फ्लोर पर होंगेे इंफार्मेशन डिस्प्ले बोर्ड
- बिल्डिंग के चारों तरफ रहेगा तीसरी आंख का पहरा
- रेन वाटर हार्वेस्टिंग की होगी व्यवस्था
ग्रीन बिल्डिंग हरिद्वार रोड स्थित रोडवेज वर्कशॉप की जमीन पर बन रही हैं। वर्कशॉप को यहां से ट्रांसपोर्ट नगर शिफ्ट किया गया है। ट्रांसपोर्ट नगर में वर्कशॉप अभी भी पूरी तरह से शिफ्ट नहीं की गई है। प्रस्तावित जमीन पर वर्कशॉप में काम अभी चल रहा है। इतना जरूर हुआ है कि वर्कशॉप की एक बिल्डिंग काफी पहले गिरा दी गई है। उसका मलबा अभी वहीं पड़ा हुआ है। बिल्डिंग निर्माण के लिए अभी तक भूमि का समतलीकरण नहीं हो पाया है। वन विभाग से एनवायरमेंट इपैक्ट असेसमेंट की एप्रूवल मिल गई है, जिसके बाद आज से औपचारिक रूप से काम शुरू कर दिया गया है। उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद कार्यदायी संस्था ने बिल्डिंग फाउंडेशन को खोदाई शुरू की है। अब तेज गति से काम किया जाएगा, ताकि निर्धारित समय पर बिल्डिंग कार्य पूरा हो सके।
प्रेरणा ध्यानी, जन संपर्क अधिकारी, स्मार्ट सिटी परियोजना, देहरादून