मंहगी सब्जियों ने बिगाड़ा जायका
देहरादून, ब्यूरो:
पहाड़ों में कई जगह जैसे उत्तरकाशी, टिहरी, हिमाचल प्रदेश से कई सब्जियों की सप्लाई होती है। जिनमें टमाटर, मटर, गोभी व सेब शामिल हैं। इन दिनों भारी बारिश के कारण कई रास्ते टूट गए हैं। जिसके कारण सामान की सप्लाई नहीं हो पा रही है। ऐसे में फल-सब्जियों के दाम चढ़ गए हैैं।
खाद्यान सामग्री पहले - अब (रुपये प्रति किलो)
चना दाल - 64 - 72
अरहर - 95 - 115
छोले - 90 - 110
बादाम - 550 - 680
चावल (बासमती) - 65 - 95
मूंगफली दाना - 110 - 140
सोयाबीन बड़ - 80 - 160
काबुली चना - 90 - 120
मलका-मसूर - 80 - 95
लाल मिर्च पाउडर- 220 - 300
काला चना - 55 - 70
देशी घी- 400 - 570
चीनी - 36 -42
तेल (सरसों) - 145 - 165
तेल रिफाइंड - 140 - 160
मलका - 80 - 90
आटा (10 किलो)- 265 - 285
फलों के दाम
फल पहले - अब (रुपये प्रति किलो)
सेब - 80 - 100
केला- 40 - 60 (प्रति दर्जन)
अमरूद - 40- 60
पपीता - 30 - 40
आम - 30 - 70
सब्जियां- पहले - अब
टमाटर - 20 - 50
गोभी - 40 - 80
लौकी - 20 -40
खीरा - 30 - 40
भिंडी - 30- 60
करेला - 20- 40
अरबी - 20- 40
सेम - 40 - 60
कद्दू - 30 - 40 दूध व दूध से बने प्रोडक्ट महंगे
दून में इन दिनों पैक्ड दूध व दूध से बने प्रोडक्ट में 5 परसेंट तक का जीएसटी लगने के कारण आम डेयरी संचालकों ने भी दूध के दाम में प्रति किलो 5 रुपये की बढ़ोत्तरी की है। जिसका सीधा असर पब्लिक की जेब पर पड़ रहा है। पहले डेयरी संचालक गाय का दूध 50 रुपये किलो बेच रहे थे। वहीं अब इन्होंने गाय के दूध की कीमत 55 रुपये कर दी है। वहीं भंैस का दूध 60 रुपये से बढ़ाकर 65 रुपये कर दिया है।
खाद्य पदार्थों की सप्लाई कम होने के कारण इनके दाम बढ़ गए हैैं। इनमें फल-सब्जियों के साथ दालें भी शामिल हैं।
अक्षय मित्तल, आढ़ती
विजय थपलियाल, सचिव, मंडी समिति
पहले सब्जी व फलों के दामों में बदलाव होते थे। अब राशन के दाम भी अचानक बढ़ गए हैैं, घर का बजट बिगड़ गया है।
पूजा, पटेलनगर सब्जियों के दाम बढऩे के कारण रसोई चलाना मुश्किल हो गया है। सब्जी महंगी होती थी तो दाल से काम चल जाता था, अब दाल भी महंगी हो गई।
-राहुल नेगी, इंद्रलोक विहार