इस बार भी चारधाम यात्रा को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. यात्रा में कोई चूक न हो हर स्तर पर तैयारियां पूरी की जा रही है. पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज पहले ही कह चुके हैं कि 19 अप्रैल को लोकसभा के चुनाव पूरे होने के बाद पूरा सरकारी अमला चारधाम यात्रा की तैयारियां पर जुट जाएगा.

-यात्रा के लिए सबसे ज्यादा पंजीकरण 1.69 लाख वेब पोर्टल से हुए
-व्हाट्सएप की भी दी गई सुविधा, पहले दिन 24 हजार से ज्यादा पंजीकरण

देहरादून, 15 अप्रैल (ब्यूरो)।

विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा 2024 के करीब 25 दिन का समय शेष रह गया है। इसको देखते हुए इस बार मंडे से रजिस्ट्रेशन भी खोल दिए गए हैं। खास बात ये है कि पहलेे दिन ही करीब दो लाख ज्यादा रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन टूरिज्म डिपार्टमेंट के वेब पोर्टल से हुए हैं। जबकि, दूसरे नंबर पर वाट्सएप नंबर से हुए रजिस्ट्रेशन शामिल हैं। माना जा रहा है कि जिस प्रकार से पहले ही दिन इतनी संख्या में यात्रियों ने चारधाम यात्रा के लिए अपने रजिस्ट्रेशन किए, इस वर्ष भी भारी संख्या में यात्री यात्रा के लिए आ सकते हैं।
केदारनाथ के लिए सबसे ज्यादा
इस सबके बीच अब यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन भी खोल दिए गए हैं। मंडे को पहले दिन सुबह 7 बजे से लेकर शाम चार बजे तक देश-दुनिया से चारधाम यात्रा पर आने वाले करीब 201851 यात्रियों ने अपने रजिस्ट्रेशन किए। इसमें सबसे ज्यादा रजिस्ट्रेशन केदारनाथ के लिए 69543 हुए। जबकि, दूसरे नंबर पर बदरीनाथ के लिए 58685 और गंगोत्री के लिए 36111 और यमुनोत्री के लिए 35356 रजिस्ट्रेशन हुआ। जबकि, हेमकुंड साहिब के लिए केवल 2156 रजिस्ट्रेशन हुए।
चारधाम व हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने की तिथियां
यमुनोत्री--10 मई।गंगोत्री--10 मई।केदारनाथ-10 मई।बदरीनाथ--12 मई।हेमकुंड साहिब-25 मई।


फस्र्ट डे हुए रजिस्ट्रेशन पर एक नजर
-शाम 4 बजे तक कुल रजिस्ट्रेशन---201851
-यमुनोत्री के लिए रजिस्ट्रेशन- 35356
-गंगोत्री के लिए हुए रजिस्ट्रेशन- 36111
-केदारनाथ के लिए रजिस्ट्रेशन- 69543
-बदरीनाथ के लिए रजिस्ट्रेशन- 58685

रजिस्ट्रेशन करने के लिए ऑप्शन
8394833833 पर करें व्हाट्सएप
-0135-1364 पर कॉल के माध्यम से।
::बॉक्स:::
मोड्स ऑफ रजिस्ट्रेशन
मोबाइल एप--7499
वेब पोर्टल--169431
व्हाट्सएप--24921


हेमकुंड साहिब में 15 फुट बर्फ, झील हर तरफ ढकी
गुरुद्वारा श्रीहेमकुंड साहिब इस समय कऱीब 12 से 15 फुट बर्फ से ढ़का हआ है। यहां स्थित झील भी बर्फ की सफेद चादर की तरह नजर आ रही है। अटलकुटी ग्लेशियर, जो कि हेमकुंड साहिब से करीब दो किमी पहले है। वहां से बर्फ को काट कर उसके बीच से रास्ता बनाया जाना है। बर्फ को हटाने की सेवा परंपरागत भारतीय सेना द्वारा ही की जाती है। इस वर्ष सेना के जवानों ने 15 अप्रैल से घांघरिया के लिये प्रस्थान करना था। लेकिन, 19 अप्रैल को वोटिंग के कारण गुरुद्वारा ट्रस्ट के आग्रह पर ये कार्य अब 20 अप्रैल से शुरू होगा। इस बार हेमकुंड यात्रा 25 मई से शुरू होगी। इसी दिन कपाट खुलने हैं।

Posted By: Inextlive