नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस का सड़कों और फुटपाथों से अतिक्रमण हटाने का अभियान कुछ खास जगहों पर जाकर थम जाता है। पिछले दिनों कुछ सड़कों से अतिक्रमण हटाया गया। दावा किया गया था कि सभी जगह सड़कों और फुटपाथों से अतिक्रमण हटाया जाएगा लेकिन आढ़त बाजार पटेलनगर और गांधी रोड जैसी ट्रैफिक जाम से सबसे ज्यादा प्रभावित जगहों तक यह अभियान नहीं पहुंच पाया। पहले एक-दो बार इन सड़कों पर अतिक्रमण हटाया गया लेकिन कुछ दिनों बाद फिर से लोग कब्जा जमाकर बैठ गये।

देहरादून (ब्यूरो)। ट्रैफिक जाम के लिए मिड सिटी में आढ़त बाजार सबसे बड़ा बॉटल नेक है। यहां सड़क कम चौड़ी होने के साथ ही एक आढ़तियों का सामान सड़क में काफी बाहर तक लगा रहता है। इसके अलावा दिनभर यहां खरीदार पहुंचते हैं। सामान ढोने वाली ठेलियों की भी रेलमपेल दिन भर लगी रहती है। ऐसी स्थिति में यहां दिनभर ट्रैफिक जाम रहता है। चार वर्ष पहले सहारनपुर रोड को मॉडल रोड बनाने का सपना देखा गया था। इसके लिए कुछ अतिक्रमण हटाकर फुटपाथ बनाये गये थे, लेकिन अब फुटपाथ पर आढ़तियों का कब्जा है।

पटेलनगर में भी फुटपाथ पर कब्जा
सहारनपुर रोड पर ही पटेलनगर में भी कुछ वर्ष पहले मॉडल रोड के तहत फुटपाथ बनाये गये थे। बनने के साथ ही इन फुटपाथ पर कब्जा कर लिया गया था। कहीं दुकानों का सामान दुकान के बाहर फुटपाथ तक पसरा हुआ है तो कहीं स्वीट शॉप और रेस्टोरेंट के काउंटर सड़क पर हैं। पूरे पटेलनगर में एक भी जगह ऐसी नहीं है, जहां फुटपाथ चलने लायक हो। ऐसे में पैदल चलने वालों को रोड पर ही चलना पड़ता है। इससे ट्रैफिक स्मूथ नहीं हो पाता।

इनामुल्ला बिल्डिंग में भी अतिक्रमण
शहर के बीचोबीच इनामुल्ला बिल्डिंग अतिक्रमण के मामले में सबसे आगे है। मॉडल रोड के तहत यहां भी टाइल्स वाले फुटपाथ बनाये गये थे। लेकिन फुटपाथ अब यहां एक इंच भर भी नजर नहीं आता। फुटपाथ पर कहीं रेस्टोरेंट के ओपन किचन चल रहे हैं तो कहीं गाडिय़ों के गैराज लगे हुए हैं। कहीं ऑटो पाट़्र्स बेचने वालों ने अपना सामान फुटपाथ पर लगाया हुआ है। फुटपाथ की नीचे रोड पर गाडिय़ां पार्क किये जाने से सड़क और तंग हो गई है। खास बात यह है कि इनामुल्ला बिल्डिंग नगर निगम, मुख्यालय, डीएम ऑफिस और ट्रैफिक पुलिस मुख्यालय से चंद मीटर की दूरी पर है। लगातार यहां से अधिकारियों का आना-जाना होता है और अक्सर अधिकारियों की गाडिय़ां भी जाम में फंस जाती हैं।

दो दिन पहले चला था अभियान
दो दिन पहले 18 अप्रैल को पुलिस, ट्रैफिक पुलिस और नगर निगम की ओर से अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया गया था। इस दौरान दर्शनलाल चौक से क्लॉक टावर, चकराता रोड पर प्रभात सिनेमा तक और राजपुर रोड पर क्लॉक टावर से दिलाराम बाजार तक 30 दुकानों के अतिक्रमण हटाये गये थे। उम्मीद की जा रही थी कि अब पूरे शहर में इस तहर के अतिक्रमण हटा दिये जाएंगे, लेकिन उसके बाद से अतिक्रमण हटाने को अभियान ठप है। जबकि शहर की ज्यादातर सड़कें और फुटपाथ अब भी दुकानदारों के कब्जे में हैं।

Posted By: Inextlive