ऋषिकेश में टनल और एलिवेटेड रोड पर फर्राटा भरेंगे वाहन
देहरादून (ब्यूरो) हरिद्वार के बाद ऋषिकेश को जाम फ्री बनाने की सरकार की योजना है। इसके लिए लगातार प्रयास जारी है। पीडब्ल्यूडी एनएच ने टनल और एलिवेटेड रोड के जरिए ऋषिकेश शहर को जाम फ्री बनाने को प्रोजेक्ट तैयार किया है। योजना के तहत एनएच पर ऋषिकेश एंट्री से पहले नेपाली फार्म से श्यामपुर होते हुए नटराज चौक और ढालवाला तक करीब 10.88 एलिवेटेड रोड बनाई जाएगी।
4 टनल प्रस्तावित
पीडब्ल्यूडी एनएच खंड डोईवाला के अधिशासी अभियंता प्रवीण कुमार ने बताया कि प्रोजेक्ट के तहत ढालवाला से लेकर खारास्रोत तक करीब 700 मीटर टनल बनाई जाएगी। इसके अलावा तीन अलग-अलग स्थानों पर छोटी-छोटी टनल बनाई जाएंगी। टनल और एलिवेटेड रोड की कुल लंबाई 17.88 किमी। होगी। उन्होंने बताया कि योजना का सर्वे का कार्य पूरा हो गया है। सर्वे रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। फिजिबिलिटी रिपोर्ट को केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। केंद्र से स्वीकृति मिलते ही प्रोजेक्ट की डीपीआर बनाने का काम शुरू किया जाएगा।
ऋषिकेश होगा जाम फ्री
चारधाम यात्र के दौरान ऋषिकेश की सड़कों पर जाम के चलते दम फूलने लगता है। संकरी सड़कों पर घंटो-घंटों तक जाम लगने की वजह से यात्री ही नहीं स्थानीय लोग भी परेशान रहते हैं। बाजार से लेकर मुख्य सड़कों पर ट्रैफिक दबाव बिस्फोटक हो जाता है। कई बार 5 से 10 मिनट के सफर के लिए स्थानीय लोगों को दो-दो घंटे तक लग जाता है, जिसके बाद एनएच खंड पीडब्ल्यूडी ने समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रोजेक्ट तैयार किया है। प्रोजेक्ट बनने के बाद ऋषिकेश में चारधाम यात्री शहर में प्रवेश नही कर पाएंगे। हरिद्वार से आने वाले यात्री नेपाल फार्म से एलिवेटेड रोड से ऊपर होगा ढालवाला होते हुए खारासा्रेत पर टनल पार करते हुए सीधे ऋषिकेश के बाहर तपोवन पार निकलेंगे। इससे ऋषिकेश की सड़कों पर यात्रा सीजन में ट्रैफिक दबा खत्म हो जाएगा। बताया जा रहा है कि यह योजना ऋषिकेश के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
नेपाली फार्म से अमृतधारा तपोवन तक करीब 18 किमी। एलिवेटेड रोड और टनल निर्माण पर तकरीबन 2000 करोड़ खर्च का अनुमान है। पीडब्ल्यूडी एनएच के अफसरों का कहना है कि अभी प्रोजेक्ट का सर्वे का काम पूरा हुआ है। आगे की कार्रवाई चल रही है। डीपीआर बनाने के बाद ही बजट खर्च होने के बारे में सही जानकारी हो सकेगी।
एलाइनमेंट तैयार, स्वीकृति की उम्मीद
एनएच के अफसरों का कहना है कि प्रोजेक्ट के सारे एलाइनमेंट तैयार हैं। कहां-कहां से टनल गुजरेगी और कहां-कहां पर एलिवेटेड रोड बनेगी। ये सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। प्रोजेक्ट को केंद्र सरकार रिव्यू करेगी। इसके बाद ही प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। चारधाम यात्रा को सुगम बनाने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है। ऑल वेदर और दून-दिल्ली एलिवेटेड रोड के बाद इस प्रोजेक्ट को भी जल्द स्वीकृति मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इससे जहां स्थानीय लोगों को ट्रैफिक से निजात मिलेगी वहीं लाखों तीर्थयात्रियों को भी घंटों जाम की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।