खुला दरबार में लोगों की शिकायतें सुनने के बाद अब दून की डीएम ने ई-चौपाल की शुरुआत की है। अत्याधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल करके शुरू की गई इस ई-चौपाल में डीएम दूर-दराज के उन लोगों की शिकायतें सुन सकेंगी जो कई किमी दूर देहरादून आकर खुला दरबार में अपनी शिकायत नहीं रख सकत। अपनी पहली ई-चौपाल में डीएम ने सैटरडे को कालसी ब्लॉक कार्यालय में आये फरियादियों से संवाद किया और उनकी शिकायतें सुनी। डीएम ने उनकी शिकायतों का जल्द से जल्द निवारण करने के भी आदेश दिय।

देहरादून ब्यूरो। डीएम की ई-चौपाल में कुल 18 लोगों ने अपनी समस्याएं रखी। एडीएम सौरभ असवाल और जिला पंचायतीराज अधिकारी ने कालसी से ई-चौपाल का संचालन किया। ज्यादातर शिकायतों पर एडीएम को निरीक्षण करने के आदेश दिये गय। जिला पंचायतीराज अधिकारी को आदेश दिये गये कि वे इन शिकायतों पर डीएम से मार्क करवाकर संबंधित विभागों को निस्तारण के निर्देश दें।

वीसी से सीधा संवाद
डीएम सोनिका ने ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट से ई-चौपाल के माध्यम से कालसी पहुंचे लोगों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सीधे संवाद किया और उनकी शिकायत सुनी। पहली ई-पंचायत में आई शिकायतों में जिला पंचायत की 5, जल संस्थान की 3, पशुपालन की 1, राजस्व विभाग 3, स्वास्थ्य विभाग 2, शिक्षा विभाग की 1, स्वजल से सबंधित 2 और कृषि विभाग पंचायतीराज विभाग 1 शिकायत मिली।

इस तरह की शिकायतें मिली
ई-चौपाल में शिकायतकर्ता इसरत ने शौचालय निर्माण, रजिया ने सहिया में नालियों की सफाई, सुरभि ने स्कूल परिसर के समीप कूड़ा फेंके जाने, रामकली ने सरकारी हॉस्पिटल कालसी में दवाइयां और जांच बाहर से लिखने संबंधी शिकायत, बुद्धराम ने पेयजल समस्या, विजय कुमार ने कूड़ा निस्तारण, श्याम दत्त वर्मा द्वारा परिवार रजिस्ट्रर में ग्राम पंचायत ठीक करने व आपदा में क्षतिग्रस्त हुई फसल का मुआवजा दिलाने, मृत पशुओं के शवों का निस्तारण करने आदि शिकायतें प्राप्त हुई।

डीएम ने दिये निर्देश
डीएम ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि ई-चौपाल में जो शिकायतें आई हैं, उनका त्वरित निस्तारण करें। साथ ही सभी शिकायतों को डीएम ऑफिस के शिकायत पटल पर दर्ज करने के निर्देश दिए, ताकि शिकायतों की मॉनिटिरिंग की जा सके। डीएम ने सीडीओ को निर्देश दिए कि ई-चौपाल का रोस्टर बनाते हुए दूरस्थ क्षेत्र के लोगों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।

Posted By: Inextlive