उत्तराखंड में बड़े पैमाने पर ड्रग्स तस्करी करने वाले शिवम गुप्ता की प्रिंवेंशन डिटेंशन को मंजूरी मिल गई है। उत्तराखंड का यह पहला मौका है जबकि किसी तस्कर के प्रिवेंशन डिटेंशन को एडवाइजरी बोर्ड ने मंजूरी दी है। यह बोर्ड पिट एनडीपीएस 1988 की धारा 9 के तहत गठित किया गया था। सुप्रीम कोर्ट के एक वर्तमान और दो रिटायर्ड जज इस बोर्ड के सदस्य हैं। शिवम गुप्ता को एसटीएफ उत्तराखंड ने नशा तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था। वह दून के सुद्धोवाला जेल में बंद है।


देहरादून ब्यूरो। वसंत विहार, देहरादून निवासी शिवम गुप्ता लगातार नशीले पदार्थों की तस्करी में लिप्त रहा है। थाना प्रेमनगर पुलिस ने उसे वर्ष 2015 में चरस के साथ और थाना पटेलनगर पुलिस ने वर्ष 2016 में स्मैक के साथ गिरफ्तार किया था। वर्ष 2021 में थाना डोईवाला पुलिस ने उसे होंडा सिटी कार में स्मैक के साथ गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ थाना बसंत विहार में वर्ष 2019 में अपने रेस्टोरेंट की आड़ में अवैध शराब रखने के आरोप में आबकारी अधिनियम के तहत दो बार गिरफ्तार किया गया था। शिवम में खिलाफ मारपीट के दो और अवैध रूप से हथियार रखने का एक मामला भी अलग-अलग थानों में दर्ज है। एसटीएफ के अनुसार उसने अवैध धंधे करके कई चल और अचल संपत्तियां भी जोड़ रखी हैं। उसे अब लगातार जेल में रखने का रास्ता खुल गया है, ताकि वह जमानत पर बाहर आकर फिर से नशे की तस्करी शुरू न कर सके।

आरोपी की इस संपत्ति का पता चला- होण्डा एक्टिवा- ट्रेक्टर- होण्डा सिटी कार- करिज्मा मोटर साइकिल- होंडा मोटर साइकिल- महिन्द्रा थार - मेहूंवाला में स्थित लगभग 119.53 वर्ग मीटर जमीन।- देहराखास में लगभग 76.67 वर्ग मीटर जमीन।- 153 वर्ग मीटर एप्पल रेस्टोरेंट बसंत विहार में लीज पर।
- चकराता रोड पर दून कॉफी हाउस लीज पर

Posted By: Inextlive