अगर आप ड्राइविंग में परफेक्ट नहीं हैैं तो दून में डीएल बनना मुश्किल है। ये बात अब एप्लीकेंट्स भी जान गए हैैं और डीएल के लिए आउटर एरियाज में टेस्ट देने जा रहे हैैं। ऐसे तीन केस उदाहरण के लिए सामने हैैं। दून में ड्राइविंग ट््रैक पर ही ड्राइविंग टेस्ट लिया जाता है ऐसे में जिसकी ड्राइविंग में परफेक्शन नहीं है वे टेस्ट में फेल हो जाते हैैं। इसके विपरीत आउटर एरियाज में डीएल टेस्ट सिम्यूलेटर पर लिया जाता है और पासिंग परसेंटेज भी काफी ज्यादा है। अब बड़ी संख्या में एप्लीकेंट्स ड्राइविंग ट्रैक से बचने के लिए ऋषिकेश विकासनगर और रुड़की तक दौड़ लगा रहे हैैं।

देहरादून (ब्यूरो)। आईटीडीआर झाझरा के ड्राइविंग ट्रैक पर कई लोग तीन-तीन बार टेस्ट दे चुके हैैं और फिर भी पास नहीं हो पाए। ऐसे में लाइसेंस नहीं मिला तो दून से बाहर जाकर टेस्ट देना पड़ा। विकासनगर, रुड़की और ऋषिकेश में सिम्यूलेटर टेस्ट में वे आसानी से एक ही बार में पास भी हो गए और लाइसेंस भी मिल गया।

40 परसेंट टू व्हीलर वाले फेल
दून के आरटीओ दिनेश पठोई ने बताया कि दून में जनवरी 2021 से अब तक 5639 एंप्लीकेंट्स ने परमानेंट लाइसेंस बनाने के लिए ड्राइविंग टेस्ट दिया। जिनमें 3731 लोग पास हो चुके हैं। जबकि 1962 एप्लीकेंट फेल हुए है। इनमें 40 परसेंट एप्लीकेंट फेल हुए हैं।

केस 1
त्यागी रोड निवासी सुलेमान ने देहरादून के झाझरा स्थित आईटीडीआर सेंटर में परमानेट लाइसेंस के लिए ड्राइविंग टेस्ट दिया। लेकिन, दो बार ट्रैक पर ड्राइंविंग टेस्ट में वह फेल हो गया। इसके बाद रुड़की में ऑनलाइन डीएल एप्लाई किया। सिम्यूलेटर पर टेस्ट हुआ तो सुलेमान पास हो गए और आसानी से लाइसेंस मिल गया।

केस 2
चुक्खू मौहल्ला निवासी प्रदीप ने बताया कि उन्होंने जुलाई और अगस्त में दो बार ड्राइविंग ट्रैक पर टेस्ट दिया। लेकिन, हर बार वहां जाकर मामूली सी गलती होने पर वह फेल हो गए। इसके बाद लाइसेंस के लिए रुड़की एप्लाई किया। जहां आसानी से पास हो गए और परमानेंट लाइसेंस बन गया।

केस 3
आजाद कॉलोनी निवासी अभिषेक ने बताया कि वह कई बार लाइसेंस के लिए एप्लाई कर चुके हैैं। पहले कोरोना संक्रमण के कारण उन्हें अप्वॉइंटमेंट नहीं मिला। जैसे-तैसे अप्वॉइंटमेंट लेकर टेस्ट दिया तो उसमें भी फेल हो गए। इसके बाद दोबारा ट्राई नहीं किया और विकासनगर आरटीओ में एप्लाई किया और सिम्युलेटर पर टेस्ट दिया और पास हो गए।

आप मत करना ये गलतियां
- ड्राइविंग टेस्ट के दौरान सीट बेल्ट बांधना न भूलें
- टर्न करते समय इंडिकेटर जरूर दें
- पैरलल पार्किंग न करें।
- ट्रैफिक सिग्नल को इग्नोर न करें।
- ड्राइविंग के दौरान ट्रैक को फॉलो करें।

ट्रैक और सिम्यूलेटर का गणित
ड्राइविंग ट्रैक पर छोटी-छोटी बातें की जाती हैैं नोटिस
ड्राइविंग में परफेक्शन नहीं तो पास होना मुमकिन नहीं
दून के आईटीडीआर सेंटर में ट्रैक पर चलानी होती है गाड़ी
ऋषिकेश, विकासनगर में सिम्युलेटर पर देना होता है टेस्ट
वीडियो गेम्स में परफेक्शन तो पास होना आसान
ट्रैफिक सिग्नल, ट्रैक, पार्किंग का झंझट नहीं
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Posted By: Inextlive