जायका प्रोजेक्ट: राज्य के 13 शहरों में पेयजल संकट होगा दूर
- 13 ग्रेविटी और पंपिंग योजनाओं की डीपीआर तैयार, जल्द होंगे टेंडर
देहरादून (ब्यूरो): योजना के तहत प्रति व्यक्ति 135 लीटर पानी प्रतिदिन मुहैया कराया जाएगा। जिन शहरों में पानी की ज्यादा समस्या है पहले फेज पर उन शहरों को जायका प्रोजेक्ट के लिए चुना गया है। जायका प्रोजेक्ट के लिए पेयजल निगम को कार्यदायी एजेंसी बनाया गया है। पेयजल निगम के चीफ इंजीनियर मुख्यालय संजय सिंह ने बताया कि प्रोजेक्ट के लिए योजनाओं की डीपआर का काम पूरा हो गया है। अब टेंडरिंग की कार्रवाई शुरू की जा रही है।सुधरेगा शहरों का वाटर सिस्टम
जिन शहरों में पानी की भारी की है उन क्षेत्रों को आने वाले कुछ समय में पर्याप्त पानी उपलब्ध होगा। डब्ल्यूएचओ के मानकों के अनुरूप शहरों में 135 लीटर पानी प्रतिदिन प्रतिव्यक्ति है, लेकिन कई शहरों में मानकों के हिसाब से आधा पानी भी मुहैया नहीं हो पा रहा है। ऐसे में जायका प्रोजेक्ट इन शहरों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। जायका परियोजना के तहत पेयजल निगम ने 1200 करोड़ के प्रोजेक्ट््स पर काम करना शुरू कर दिया है। पहले फेज में हरिद्वार, टिहरी, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिले की 13 योजनाओं को प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है।
नई-पुरानी पानी की लाइनें शामिल
चीफ इंजीनियर मुख्यालय संजय सिंह ने बताया कि योजना के तहत नई पेयजल योजनाओं का भी निर्माण किया जाएगा। इसमें ग्रेविटी के साथ ही पंपिंग पेयजल स्कीम शामिल हंै। योजना में पुरानी योजनाओं को भी शामिल किया गया है, जिसमें स्रोत संवद्र्धन के साथ ही पाइप लाइनों की मरम्मत आदि का काम भी होना है। पुरानी योजनाओं के जीर्णोद्धार से जलापूर्ति को बढ़ाया जाएगा। योजना के हेड से लेकर टेल तक कार्य किया जाएगा।
राज्य के 25 शहरों में अमृत और एडीबी के जरिए पेयजल संबंधी कार्य चल रहे हैं। अब जायका प्रोजेक्ट के तहत भी 13 शहरों में पेयजल संकट खत्म करने के प्रयास शुरू किए गए हैं। योजना कितनी कारगर होगी, यह आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन यदि योजना के तहत कार्य पूरा हुआ तो 13 शहरों की जलापूर्ति सुदृढ़ होगी।
प्रोजेक्ट में शामिल योजना और बजट पर एक नजर
योजना का नाम प्रोजेक्ट लागत
बेरीनाग 86.81
गंगोलीहाट 84.59
भिक्यासैंण 20.86
रानीखेत 71.52
द्वाराहाट 36.06
अल्मोड़ा 125.32
घनसाली 29.43
लंबगांव 16.69
कीर्तिनगर 17.67
चमियाला 29.74
नई टिहरी 158.86
पिरान कलियर 51.87
शिवालिक नगर 150.63
भगवानपुर 52.87
लक्शर 53.31
लंढौरा 34.78
झबरेड़ा 24.06
टोटल 1184.98
(प्रोजेक्ट लागत धनराशि करोड़ में)
जेजेएम योजना का 80 परसेंट काम पूरा
प्रदेश में 15031 गांवों में जल जीवन मिशन के तहत घर-घर शुद्ध पेयजल पहुंचाने का काम किया जा रहा है। योजना के तहत 1492189 परिवारों को चिन्हित किया गया है, जहां पानी की आपूर्ति होनी है। इसके लिए गांव-गांव में पहले फेज में पाइप लाइन बिछाई जा रही है। इसके बाद स्रोत संवद्र्धन का काम होगा। अब तक 1202418 परिवारों को मिशन के तहत पेयजल कनेक्शन दिए जा चुके हैं। इसमें से 1202418 परिवारों को स्रोत से टैप कर पेयजल आपूर्ति शुरू की गई है। 2024 तक सभी परिवारों को पेयजल मुहैया किया जाना है। टारगेट के अनुरूप अब तक पाइप लाइन डालकर 80 परसेंट परिवारों को पेयजल कनेक्शन दिए गए हैं। योजना का काम आखिरी चरण में है।
जेजेएम में पेयजल कार्य पर एक नजर
जिले का नाम वंचित परिवार योजना से जुड़े परिवार
देहरादून 127686 126199
चमोली 77573 73237
बागेश्वर 55027 50598
उत्तरकाशी 71478 63869
टिहरी 134845 118333
पौड़ी 115933 100205
पिथौरागढ़ 95252 81609
चंपावत 47937 40261
रुद्रप्रयाग 56779 46484
हरिद्वार 265845 202363
नैनीताल 113460 79539
अल्मोड़ा 128676 85583
यूएसनगर 201698 134148
टोटल 1492189 1202418
- 1492189 परिवारों के पास नहीं था पेयजल कनेक्शन
-1202418 परिवारों तक पहुंचाई गई है अब तक पानी की लाइन
130325 परिवारों को की जा चुकी है जलापूर्ति शुरू
- 2024 तक पूरा किया जाना है जेजेएम का काम
- 80 परसेंट परिवारों को जोड़ा गया है योजना से जायका प्रोजेक्ट के तहत 13 शहरों में मानकों के अनूरूप जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए योजनाओं की डीपीआर बनाने का काम लगभग पूरा हो गया है। वर्तमान में टेंडरिंग की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही योजनाओं का काम जल्द शुरू करने का प्रयास किया जाएगा।
संजय सिंह, चीफ इंजीनियर, पेयजल निगम
dehradun@inext.co.in