हर रोज सैकड़ों चालान फिर भी नहीं सुधर रहे हैं दूनाइट्स. आंकड़े गवाही दे रहे हैं कि दून में तमाम कोशिशों के बावजूद ट्रैफिक के नियम कानूनों की कोई परवाह नहीं. अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस वर्ष अकेले 10 महीने में 101037 से अधिक वाहनों के चालान हुए और 8406 वाहन सीज हुए. बात यहीं नहीं रुकी. ट्रैफिक नियमों के वॉयलेशन में 3219 डीएल के सस्पेंशन की कार्रवाई भी हुई. लेकिन वाहन चालक हैं कि सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं. थर्सडे को भी दून में कई वाहनों को चालान हुए और वाहन चालकों पर कार्रवाई हुई.

देहरादून (ब्यूरो)। ट्रैफिक बेहतर हो, ट्रैफिक नियमों का अनुपालन सुनिश्चित हो। हर शहर में पुलिस की ओर से प्रयास किए जाते हैं। दून में भी किए जाते रहे हैं। लेकिन, दूनाइट्स हैं कि सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। ट्रैफिक नियमों के तहत हेलमेट का प्रयोग किया जाना सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है। लेकिन, 10 महीनों में हुई पुलिस की चालानी कार्रवाई में सबसे ज्यादा चालान 13451 बिना हेलमेट के हुए हैं। यही वजह है कि विदआउट हेलमेट में 1704 वाहन सीज भी किए गए हैं। इसी प्रकार से ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन में 1363, खतरनाक तरीके से वाहन चलाने में 348, शराब पीकर वाहन चलाने में 348 और ओवरस्पीड में 237 वाहन सीज किए गए।

पुलिसिया कार्रवाई पर एक नजर
वाहनों के चालान
हर माह 10103.7
हर दिन 336.76
हर घंटे 14.06

वाहन सीज
हर महीने---840.6
हर दिन--28.02
हर घंटे--2.33

जहां पुलिस अलर्ट नहीं, वहां ज्यादा वॉयलेशन
पुलिस अधिकारियों की मानें तो टै्रफिक नियमों के उल्लंघन में जिन इलाकों में पुलिस फोर्स मुस्तैद रहा करती है। उन इलाकों में चालान व वाहन सीज की कार्रवाई में गिरावट देखने मिलती है। एसपी ट्रैफिक एसके सिंह कहते हैं कि लोग खुद ट्रैफिक का वॉयलेशन कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि हर वक्त व हर इलाके ट्रैफिक नियमों के वॉयलेशन में पुलिस फोर्स की जरूरत है। यह भी देखने में आया है कि इसमें युवा सबसे ज्यादा आगे हैं। एक तरफ पुलिस फोर्स मुस्तैद होने की सूचना मिलने पर वाहन चालक दूसरे रूट ढूंढ लेते हैं। लेकिन, फिर भी ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। अधिकारी बताते हैं कि सिटी में पुलिस की अलर्टनेस के बाद अब लोगों ने आउटर इलाके ढूंढ निकाले हैं। जहां वे ट्रैफिक नियमों को लगातार ताक पर रख रहे हैं।

आरटीओ को भेजे गए डीएल सस्पेंशन
-बिना हेलमेट---1100
-ट्रिपल राइडिंग--258
-ओवरस्पीड--977
-रेड लाइट जंप--25
-मोबाइल यूज--804
-खतरनाक तरीके से वाहन चलाना--20
-ओवर लोड---38

ये हैं टॉप 5 चालानी कार्रवाई
-बिना हेलमेट--13451
-चस्पा चालान--13936
-रॉन्ग साइड--2903
-नियमों का उल्लंघन--9317
-ट्रिपल राइडिंग--4745

चालान की प्रक्रिया
बिना हेलमेट---13451
ट्रिपल राइडिंग---4745
गलत नंबर प्लेट---2306
सीट बेल्ट यूज--1040
ट्रैफिक साइन उल्लंघन--5070
नियमों का उल्लंघन--9317
माइनर ड्राइविंग--204
रॉन्ग साइड ड्राइविंग--2903
नो एंट्री--964
प्रेशर हॉर्न---2072
एयर पॉल्यूशन--318
नो पार्किंग--1886
क्रेन कार्रवाई--2295
चस्पा चालान--13936
ओवरस्पीड---2398
रेड लाइट जंप--866
मोबाइल यूज--1789
खतरनाक तरीके से वाहन चलाना--1819
शराब पीकर वाहन चलाना---355
ओवरलोड--1276


कुल वाहनों का चालान---101037
कुल वाहन सीज---8406
डीएल निरस्तीकरण--3219


ट्रैफिक वॉयलेशन में वाहन सीज
बिना हेलमेट---1704
ट्रिपल राइडिंग---693
गलत नंबर प्लेट---157
सील बेल्ट यूज--1
ट्रैफिक साइन उल्लंघन--373
नियमों का उल्लंघन--1363
नाबालिग से वाहन चलाना--137
रॉन्ग साइड में वाहन चलाना--130
नो एंट्री--82
प्रेशर हॉर्न---139
एयर पोल्यूशन--10
नो पार्किंग--11
क्रेन कार्रवाई--0
चस्पा चालान--0
ओवरस्पीड---101
रेड लाइट जंप--31
मोबाइल यूज--41
खतरनाक तरीके से वाहन चलाना--348
शराब पीकर वाहन चलाना---348
ओवर स्पीड--237

पॉल्यूशन भी कम नहीं
पुलिस की कार्रवाई बताती है कि अब तक ट्रैफिक नियमों के वॉयलेशन में प्रेशर हॉर्न व एयर पॉल्यूशन की भी शिकायतें बढ़ रही हैं। इस वर्ष 10 महीने में प्रेशर हॉर्न के 2072 मामले व एयर पॉल्यूशन के 318 मामले दर्ज हुए हैं। इन दोनों में 149 वाहन तक सीज किए गए हैं।

Posted By: Inextlive