दून में पटेलनगर से घंटाघर रूट पर जाम से परेशान शहरवासियों को जल्द राहत मिलने की उम्मीद है। यहां रेलवे स्टेशन के पास बन रहे टू लेन रेलवे ओवर ब्रिज आरओबी का निर्माण तेज गति से चल रहा है।

- आरओबी का करीब 50 प्रतिशत काम पूरा
- आरोबी के सभी 11 पिलर कर दिए गए हैं खड़े

देहरादून (ब्यूरो): जून तक आरओबी पर यातायात चलाने का टारगेट है। आरओबी के दोनों ओर करीब 11 पिल्लर बनने हैं, जिसमें से सभी पिलर खड़े हो चुके हैं। एक स्पेन पर स्लैब डल चुका है। दूसरे तैयार किया जाएगा, जबकि तीसरे पर स्लैब डालने का काम चल रहा है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने बताया कि अगले मार्च तक सभी स्लैब डालने का पूरा हो जाएगा। तय समय सीमा से पहले आरोबी को बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

जाम से मिलेगी बड़ी राहत
भंडारी बाग आरओबी बनने के बाद शहर के सबसे व्यस्तम पटेलनगर-घंटाघर रोड पर यातायात दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा। इस रूट का आधा से ज्यादा ट्रैफिक वाया कारगी होते हुए रेसकोर्स मार्ग पर शिफ्ट हो जाएगा। धर्मपुर से कारगी का फेर भी कम हो जाएगा। ट्रैफिक दबाव कम होने से आढ़त बाजार की संकरी सड़क पर जाम कम लगेगा। इस रूट पर पब्लिक को सबसे ज्यादा जाम की दिक्कत झेलनी पड़ेगी। दावा किया जा रहा है कि केवल आढ़त बाजार ही नहीं सहारनपुर चौक, इनामुल्ला बिल्डंग, तहसील चौक और दर्शन लाल चौक तक की भी यातायात व्यवस्था सुधर जाएगी।

आठ माह लेट शुरू हुआ काम
आरओबी का काम यूटीलिटी शिफ्टिंग की वजह से निर्माण कार्य करीब आठ माह बाद शुरू हुआ। आरओबी के लिए सड़क किनारे पेड़ों का कटान के साथ ही सिंचाई विभाग की दो-दो नहर, सीवर लाइन, बिजली और पानी की लाइन शिफ्टिंग में काफी समय लग गया था। जिस वजह से निर्माण कंपनी को धरातल पर काम करने के लिए देर से जमीन उपलब्ध हो सकी। इस पूरे काम की शिंिफ्टग में आठ माह लग गया था। मार्च 2021 में टेंडर होने के बाद जून और कुछ जमीन अक्तूबर 2022 में उपलब्ध कराई गई। इसके बावजूद निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करना चुनौतीपूर्ण है।

आरओबी के सभी 11 पिलर तैयार
निर्माण कार्य तेज गति चल रहा है। रेसकार्स की ओर 7 पिलर और रेलवे लाइन के दूसरी साइड भंडारी बाग की ओर 4 पिलर खड़े किए जाने हैं। ये सभी पिलर खड़े कर दिए गए हैं। पूरे आरओबी की लंबाई 578 मीटर है, जबकि चौड़ाई 8.4 मीटर है। करीब 50 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। पिलर के ऊपर स्लैब का काम शुरू हो गया है। मार्च आखिरी तक यह स्लैब डालने का काम कंपलीट हो जाएगा।

कूड़ादान से काम प्रभावित
ईपीआईएल कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि आरओबी का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है, लेकिन रेसकार्स की ओर सड़क पर नगर निगम का कूड़ादान बाधा बन रहा है। कूड़ेदान को यहां से जल्द हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए। इससे काम प्रभावित हो रहा है।

प्रोजेक्ट पर एक नजर
नाम: भंडारी बाग रेलवे ओवर ब्रिज
लागत: 43.15 करोड़
लंबाई: 578 मीटर
चौड़ाई: 8.4 मीटर
यूटिलिटी शिफ्टिंग की लागत: 4.53 करेाड़
वर्क स्टार्टेड: मार्च 2021
डेट ऑफ कंप्लीशन: जून 2023
रेसकार्स की तरफ: 7 पिलर
भंडारी बाग की ओर: 4 पिलर
निर्माण कंपनी: ईपीआईएल

आरओबी का काम तेजी से किया जा रहा है। आरओबी के सभी 11 पिलर खड़े कर दिए। स्लैब का काम चल रहा है। यूटीलिटी शिप्टिंग में आठ माह लगने से काम दूरी से शुरू हुआ। इसके बाद भी निर्माण कार्य को समय से पहले करने का प्रयास किया जा रहा है।
अजीत कुमार, सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर, ईपीआईएल
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Posted By: Inextlive