दून ला रहे थे 1 करोड़ की चरस, 3 दबोचे
देहरादून (ब्यूरो)। एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया करीब 5 वर्षों के बाद इस साल की शुरुआत में एसटीएफ को यह बड़ी कामयाबी मिली है। बरामद चरस की अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कीमत करीब एक करोड़ रुपये आंकी गई है। अंतरराष्ट्रीय मार्केट में एक किलो चरस की कीमत 5 लाख रुपये से ज्यादा आंकी जाती है।
तीन महीने से थी नजर
एसटीएफ के एसएसपी ने बताया कि उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में हो रही ड्रग तस्करी में संलिप्त तस्करों पर एसटीएफ लगातार नजर बनाए हुए है। चमोली में गिरफ्तार किए गए इन तीनों तस्करों पर पिछले एक महीने से एसटीएफ कुमाऊं की टीम काम कर रही थी। आखिरकार थर्सडे को एसटीएफ ने तीनों को गिरफ्तार कर दिया। तीनों ड्रग्स के बड़े सौदागर बताये गये हैं। वे कई वर्षों से पुलिस की आंखों में धूल झोंकते हुए ड्रग्स की सप्लाई कर रहे थे। एसटीएफ टीम ने तीनों के खिलाफ थाना थराली जिला चमाोली में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
आरोपियों से हो रही पूछताछ
इतनी बड़ी मात्रा में सीमान्त जिले में आखिरी छोर पर पकड़ी गई ड्रग्स को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। समझा जाता है कि ये तस्कर पहाड़ के दूर-दराज क्षेत्रों से कम कीमत में चरस इक_ा करके देहरादून और राज्य के अन्य जिलों में सप्लाई करते थे। फिलहाल एसटीएफ आरोपियों से यह जानने का प्रयास कर रही है कि ड्रग्स की सप्लाई कहां से आती है और किसे दी जाती थी। एसटीएफ की इस कार्रवाई में कांस्टेबल वीरेंद्र सिंह चौहान की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इस दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में टीम को कई तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ा।
एसटीएफ के एसएसपी आयुष अग्रवाल ने नशा तस्करों को गिरफ्तार करने वाली टीम को 10000 रुपये इनाम की घोषणा की है। उन्होंने अपने ऑफिस नंबर जारी करते हुए लोगों से अपील की कि नशे से दूर रहें। किसी भी प्रकार के लालच में आकर नशा तस्करी न करें। नशा तस्करी करने वालों के खिलाफ कार्यवाही के लिए निकटतम पुलिस स्टेशन या एसटीएफ उत्तराखंड को सूचित करें।म् आरोपियों की पहचान
- हुकुम सिंह दानू पुत्र श्याम सिंह, निवासी गांव भराकाने, कपकोट, बागेश्वर।
- अनिल सिंह रावत पुत्र मोहन सिंह रावत, निवासी चिकोली वनलेख, कपकोट, बागेश्वर।
- चंचल सिंह पुत्र नाथू सिंह, निवासी पड़ाई गौरखेत, कपकोट, बागेश्वर। बरामद माल
करीब 19 किलो चरस
कीमती करीब 1 करोड़ रुपये