सिर्फ 35 मिनट में दून से हिमाचल
- दून-पांवटा साहिब नेशनल हाईवे होगा फोर लेन, 900 करोड़ का प्रोजेक्ट तैयार
- हाईवे विस्तारीकरण के करीब 350 परिवारों को छोडऩे होंगे घर, मिलेगा मुआवजा
25 गांव हो रहे प्रभावित
फोरलेन हाईवे के चौड़ीकरण और निर्माण के दायरे में हाईवे से लगे 25 गांवों के लोग प्रभावित हो रहे हैं। इसमें 21 गांव उत्तराखंड और 4 गांव हिमाचल प्रदेश के शामिल हैं। इन गांवों की जमीन और घर एक्वायर किए गए हैैं। रोड विस्तारीकरण में कुछ सरकारी जमीनें हैं। 120 हेक्टेयर भूमि एक्वायर की जा रही है। अधिग्रहण की जाने वाली जमीन का एनएचएआई को 550 करोड़ बतौर मुआवजा देना होगा।
45 किमी हाईवे होगा 45 मीटर चौड़ा
देहरादून से हिमाचल प्रदेश का पांवटा साहिब तकरीबन 50 किमी की दूरी पर है, लेकिन रोड विस्तारीकरण के बाद यह दूरी 5 किमी घट जाएगी और सफर पौने दो घंटे से घटकर 35 मिनट का रह जाएगा। इस रोड को विदेशों की तर्ज पर आरमदायक बनाया जाएगा, जिस पर यात्रियों को दूसरी सड़कों की तरह हिचकोले नहीं खाने पडेंगे।
हाईवे के विस्तारीकरण में 45 किमी की लंबाई में 18 किमी भाग में ग्रीन फील्ड डेवलप होगा। यह ग्रीन फील्ड प्रेमनगर से मेदनीपुर तक होगा। ग्रीन फील्ड (बाईपास) में 12 किमी सर्विस लेन भी होगी, जो गांवों को कनेक्ट करेगी। 45 में से 27 किमी हाईवे पुरानी रोड चौड़ी करके बनेगा। प्रोजेक्ट के तहत 20 नए पुल बनाए जाएंगे। यमुना नदी पर सबसे बड़ा पुल बनाया जाएगा, जिसकी लंबाई 1200 मीटर होगी। इसके अलावा क्रैश बैरियर के साथ हाईवे पर फुटपाथ और लाइट से चमचमाएगा। कई जगहों पर अंडरपास भी होंगे।
जाम से मिलेगी निजात
औद्योगिक क्षेत्र सेलाकुई, सहसपुर और हर्बटपुर में संकरी सड़कों के कारण जाम की स्थिति बनी रहती है। इन एरिया में रोड विस्तारीकरण को जमीन महंगी मिलने से 18 किमी नया ग्रीन फील्ड बनाने का एनएचएआई ने निर्णय लिया है। औद्योगिक क्षेत्र होने से रोड पर जाम की स्थिति बनी रहती है। कहीं पर रोड बेहद संकरी होने से भी यातायात प्रभावित हो रहा है।
- प्रोजेक्ट की लागत: 900 करोड़
- हाईवे की लंबाई 45 किमी।
- चौड़ाई 45 किमी।
- ग्रीन फील्ड 18 किमी।
- पुलों की संख्या 21 - ग्रीन फील्ड प्रेमनगर से मेदनीपुर
- कार्यदायी एजेंसी: आरकेसी, एमकेसी कंपनी
- निर्माण एजेंसी: एनएचआई, देहरादून दून-पांवटा नेशनल हाईवे को 45 मीटर चौड़ा किया जा रहा है। परियोजना से 25 गांव प्रभावित हैं। प्रभावितों को मुआवजा बांटा जा रहा है। नोटिस का समय खत्म होने के बाद भवन स्वामियों को घर खाली करने को 10 दिन की और मोहलत दी गई है।
पीके मौर्य, प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एनएचएआई, देहरादून
dehradun@inext.co.in