दून हॉस्पिटल बना सफेद हाथी
देहरादून, ब्यूरो:
दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की ओपीडी में जल्दी नम्बर आए इसके लिए दूर-दूर से पेशेंट सुबह 6 बजे ही हॉस्पिटल में पहुंचकर लाइन लगाने लग जाते है। इसके बाद सुबह 8 बजे से पंजीकरण शुरू हो जाता है। लेकिन, कई ओपीडी में डॉक्टर के समय पर न पहुंचने के कारण जांच नहीं हो पाती।
यह-यह आ रही दिक्कत
-दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की लैब प्राइवेट हाथ में
- हॉस्पिटल का पांच दिन से नहीं चल रहा एसी, बिना वेंटिलेशन के रहने को मजबूर हॉस्पिटल स्टाफ
- डॉक्टर आठ बजे नहीं साढ़े आठ बजे पहुंच रहे हॉस्पिटल।
- हॉस्पिटल में जांच न होने के कारण बाहर जांच कराने को मजबूर।
- सोमवार को व गुरूवार को ही मिल रही अल्ट्रासाउड की सुविधा।
हॉस्पिटल का एसी भी खराब
दून हॉस्पिटल की न्यू ओपीडी बिल्डिंग के ग्राउंड फ्लोर से लेकर सैकेंड फ्लोर का एसी खराब था। ग्रांाउड फ्लोर में गर्भवती महिलाओं के लिए बने अल्ट्रासाउड रूम में कोई खिड़की न होने के कारण यहां दिन भर एसी का संचालन होना जरूरी है। लेकिन, इसके विपरित यहां हॉस्पिटल का एसी न चलने के कारण अल्ट्रासकंड भी ठीक से नहीं हो पा रहा है। निर्माण एंजेसी को जब एसी से सबंधित जानकारी दी गई तो उन्होंने पांच दिन बाद तक भी एसी ठीक करने के लिए कर्मचारी नहीं भेजा। जिस पर हॉस्पिटल का स्टाफ व पेशेंट यहां अव्यवस्था को लेकर कभी किसी अधिकारी व कभी किसी अधिकारी को फोन करते रहे।
पैथोलॉजी लैब का हुआ प्राइवेटाइजेशन
दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की न्यू ओपीडी बिल्डिंग की पुरानी बिल्डिंग से पैथोलॉजी लैब को शिफ्ट किया गया। पैथोलॉजी शिफ्ट होने के बाद स्टाफ की व्यवस्था न होने का हवाला देते हुए इसे प्राइवेट हाथों को सौंप दिया गया। प्राइवेट हाथों में जाने के बाद कभी भी किसी पेशेंट को रिपोर्ट समय पर नहीं मिल सकी। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्टाफ की कमी के कारण यहां कई अन्य चीजों को भी प्राइवेटाइजेशन किया गया। आईसीयू में भी आ रही दिक्कत
दून हॉस्पिटल की आईसीयू में स्टाफ न होने के कारण एक स्टाफ को डबल ड्यूटी करनी पड़ रही है। आईसीयू में स्टाफ न होने के कारण हॉस्पिटल की व्यवस्था भी इन दिनों डगमगाई हुई है।
हमारी ओर से व्यवस्था दुरूस्त करने का प्रयास किया जा रहा है। इस बीच अगर कहीं अव्यवस्था है तो उसे दुरूस्त किया जाएगा। इसके साथ ही अगर कोई भी डॉक्टर समय पर ओपीडी में नहीं पहुंच रहा तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
:-डा। आशुतोष सयाना, प्रिंसिपल दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल