रिसता पानी, झूलते तार दिखे तो होगा एक्शन
देहरादून (ब्यूरो)। स्मार्ट सिटी के तमाम प्रोजेक्ट के नाम पर दून की सड़कें कई जगह पिछले तीन सालों से खोदी जा रही हैं। स्मार्ट सिटी के अलावा बिजली विभाग और जल संस्थान की ओर से कई जगह बिजली लाइन अंडर ग्राउंड करने और पाइपलाइन व सीवरेज का काम चल रहा है। नई लाइनों की स्थिति यह है कि सुबह और शाम को पानी सप्लाई के समय सिटी की कई सड़कें तालाब बन जाती हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने इन सभी मुद्दों को अलग-अलग अभियान भी चला चुका है। लेकिन, स्थिति में अब तक कोई सुधार नजर नहीं आया है।
अब डीएम हुए सख्त
सड़कों पर बिखरी इन समस्याओं पर अब डीएम डॉ। आर राजेश कुमार ने सख्त रवैया अपनाया है। शहर में जगहोंं पर जल रिसाव से सड़कों पर बन रहे गढ्ढे और कई जगह बिजली केबल अंडर ग्राउंड करने का काम अधूरा पड़े होने पर डीएम ने कड़ी नाराजगी बताई है। उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही अप्रिय घटना का कारण बन सकती है। डीएम ने इस मामले में जल संस्थान और बिजली विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को तलब कर उनसे 3 दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है।
डिजास्टर एक्ट में होगी कार्रवाई
डीएम ने दोनों विभागों के अधिकारियों को यह भी चेतावनी दी है कि यदि 3 दिन के भीतर उनकी उनकी ओर से संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो उनके खिलाफ डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट और जनसुरक्षा अधिनियम के तह कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की कार्रवाई के लिए उन्होंने एडीएम को अधिकृत किया है। डीएम ने यह भी कहा है कि स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं मिला तो इन विभागों से स्मार्ट सिटी के काम छीन लिये जाएंगे।
डीएम ने स्पष्ट तौर पर माना कि कुछ विभाग स्मार्ट सिटी के कामों में लापरवाही और लेटलतीफी कर रहे हैं। उन्होंने एडीएम (फाइनेंस) केके मिश्रा को ऐसे विभागों के अधिकारियों का स्पष्टीकरण तलब करने के निर्देश दिए। स्मार्ट सिटी के कामों को लेकर लगातार दूनाइट्स शिकायतें करते रहे हैं। इन शिकायतों में पाइपलाइन रिसाव की शिकायतें सबसे ज्यादा है। लगातार रिसाव से सड़कों में गढ्ढे बनने के साथ ही जलजनित बीमारियों और दुर्घटनाओं का खतरा बना हुआ है।
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