दून में बढ़ते प्रदूषण के ग्राफ को कम करने के लिए आरटीए मीटिंग में बड़ा फैसला लिया गया है। अगले साल से दून व हरिद्वार में चल रहे डीजल आटो व विक्रम चलन से बाहर कर दिए जाएंगे। रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी आरटीए ने इन्हें दो चरणों में बाहर करने का फैसला लिया है। 10 साल से ज्यादा पुराने डीजल ऑटो-विक्रम 31 मार्च-2023 के बाद नहीं चल सकेंगे जबकि डीजल पर चालित बाकी ऑटो-विक्रम 31 दिसंबर-2023 के बाद बैन हो जाएंगे। इनके बदले बीएस-6 श्रेणी के पेट्रोल इलेक्ट्रिक व सीएनजी आटो-विक्रम चलाए जाएंगे। इस फैसले को अमल में लाने के बाद करीब 10 हजार ऑटो- विक्रम रोड से बाहर हो जाएंगे।

- रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी की अहम मीटिंग में लिये गए फैसले
- डीजल के ऑटो-विक्रम की जगह चलेंगे पेट्रोल, इलेक्ट्रिक और सीएनजी व्हीकल

देहरादून, (ब्यूरो): ट््यूजडे को सर्वे चौक स्थित गढ़वाल कमिश्नर ऑफिस में आरटीए की बैठक हुई। बैठक में गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार की अध्यक्षता में परिवहन विभाग से जुड़े स्टेकहोल्डर्स व व्यवसायी मौजूद रहे। बैठक के दौरान एंजेडे के 46 मुद्दों में से 45 पर मंथन कर सहमति बनी। जिनमें डीजल के ऑटो-विक्रम को ऑफ रोड करने का फैसला अहम रहा। बैठक में सिटी में पॉल्यूशन कंट्रोल, ट्रैफिक कंट्रोल के साथ पब्लिक को सुरक्षित, आरामदायक और सस्ती सार्वजनिक सेवा उपलब्ध कराने के लिए पूर्व में शासन द्वारा अनुमोदित 18 स्टैज कैरिज रूटों पर पेट्रोल, बीएस 6 मानक, सीएनजी, इलेक्ट्रिक हाइब्रिड वाहनों के संचालन पर भी सहमति बनी।


अहम फैसले
- 31 मार्च 2023 के बाद नहीं चलेंगे 10 साल पुराने डीजल के ऑटो-विक्रम
- 31 दिसंबर 2023 के बाद बंद होंगे सारे डीजल ऑटो-विक्रम
- 10 हजार ऑटो-विक्रम हो जाएंगे दून, हरिद्वार में ऑफ रोड
- 46 मामलों में से 45 पर आरटीए मीटिंग में बनी सहमति
- दून के कई रूट्स पर बढ़ेंगी बसें

बढ़ाये जाएंगे टूरिस्ट व्हीकल
प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राजाजी नेशनल पार्क में जंगल सफारी के लिए वाहनो की जरूरत को देखते हुए एक्स्ट्रापरमिट दिये जाने की तैयारी की जाएगी। इसके लिए प्राधिकरण की ओर से नीति के माध्यम से परमिट जारी किए जाने पर विचार किया गया।

ई रिक्शा चालकों का होगा वेरिफिकेशन
आरटीए की बैठक में सम्भाग में संचालित ई-रिक्शा वाहनों के सुचारू रूप से सचांलन पर विचार किया गया। इस दौरान ई-रिक्शा चालकों के सत्यापन कराने के लिए कार्ययोजना बनाने पर विचार किया गया।

इन रूट्स पर बसों के संचालन पर सहमति
- आईएसबीटी-दूधली
- जोगीवाला-परेडग्राउंड
- एस्लेहॉल-टपकेश्वर मंदिर
- गे्रट वैल्यू होटल-मालसी डायवर्जन
- परेड ग्राउंड-मालदेवता
- परेड ग्राउंड-कुल्हान
- परेड ग्राउंड-मोथरोवाला चौक
- कुठालगेट-डियर पार्क
- घंटाघर-तेलपुर चौक
- प्रेमनगर-शिमला बाईपास
- प्रेमनगर-आईएसबीटी

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एनजीटी के आदेश के बाद क्लीन एनर्जी के तहत सीएनजी और इलेक्ट्रिक मोड पर वाहनों के संचालन पर सहमति बनी है। जिसके तहत डीजल के 10 साल पुराने वाहनों को बदलने और फिर दिसंबर 2023 तक सभी डीजल वाहनों के संचालन को बदला जाएगा।
- सुशील कुमार, अध्यक्ष, आरटीए

Posted By: Inextlive