उत्तराखंड में तबाही की बारिश, 4 मरे, 12 लापत
देहरादून ब्यूरो। दून सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में फ्राइडे दोपहर बाद से बारिश का सिलसिला शुरू हो गया था, जो सैटरडे सुबह तक लगातार जारी रहा। बारिश का सबसे ज्यादा असर देहरादून शहर के रायपुर और इससे लगते टिहरी जिले के कुमाल्डा देखा गया। इसके अलावा ऋषिकेश से लगते पौड़ी जिले के यमकेश्वर और मसूरी से लगते टिहरी के धनोल्टी क्षेत्र में रहा। टिहरी जिले के कीर्तिनगर, घनसाली और बडियारगड क्षेत्र में भी भारी बारिश के कारण तबाही हुई है।
4 की मौत 13 लापता
अब तक मिली जानकारी के अनुसार देहरादून, टिहरी और पौड़ी में 4 लोगों की डेथ हुई है और 13 अभी लापता हैं। अलग-अलग जगहों पर घायल हुए 13 लोगों को हॉस्पिटल्स में भर्ती किया गया है। दून और टिहरी की सीमा बनाती सौंग नदी नुकसान का सबसे बड़ा कारण बनी है। नदी में आई बाढ़ से देहरादून के रायपुर और टिहरी के कुमाल्डा क्षेत्र में भारी तबाही हुई। सरखेत और छमरोली में मलबा आने से 5 लोग मिसिंग हैं। महाराणा प्रताप स्टेडियम के पास सौंग नदी का पुल टूटने से दो लोग लापता हो गये हैं। टिहरी जिले की धनोल्टी तहसील के क्यारी में 2 मकान ढह गये। इस घटना में 7 लोग दब गये। इनमें से 2 लोगों की डेडबॉडी रिकवर की जा चुकी है। पौड़ी जिले के यमकेश्वर में मकान ढहने से मलबे के दबकर एक महिला की मौत हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार फ्राइडे दोपहर बाद से लेकर सैटरडे सुबह तक सबसे ज्यादा 342 मिमी बारिश नीलकंठ में हुई। नरेंद्रनगर में 331 मिमी, खटीमा में 235 मिमी, सहस्रधारा में 225 मिमी, यमकेश्वर में 290 मिमी, मसूरी में 192 मिमी, काशीपुर में 159 मिमी, नैनीताल में 136 मिमी, बूढ़ाकेदार में 140 मिमी, हल्द्वानी में 104 मिमी, भीमताल में 108 मिमी और रामनगर में 100 मिमी बारिश हुई। आज तीन जिलों में यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने संडे को राज्य में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है। बागेश्वर, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौत
-2 धनचुला, धनोल्टी, टिहरी
- 1 कोठार, कीर्तिनगर, टिहरी
- 1 बिनक, यमकेश्वर, पौड़ी लापता
- 5 धनचुला, धनोल्टी, टिहरी
- 7 रायपुर, देहरादून
सीएम ने किया निरीक्षण
सीएम पुष्कर सिंह धामी सैटरडे को आपदा प्रभावित रायपुर के सरखेत और कुमाल्डा पहुंचे। कुमाल्डा में उन्होंने जेसीबी में बैठकर प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। सीएम ने राहत और बचाव कार्यों में किसी तरह की लापरवाही न करने और लापता लोगों को ढूंढने के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा। उन्होंने संबधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये कि प्रभावित लोगों को हर तरह की सुविधा उपलब्ध करवाएं।