प्राइवेट नशा मुक्ति केन्द्र की मनमानी और युवाओं को नशे के जंजाल से बचाने के लिए समाज कल्याण विभाग ने हॉस्पिटल में ही रिहेब की सुविधा शुरू करने की तैयारी की लेकिन कई माह बीतने के बाद भी सेंटर का निर्णय नहीं हो सका। इस सेंटर को दून मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में नहीं मानसिक हॉस्पिटल के पास रिहेब सेंटर खोलने की तैयारी है। सूत्रों के अनुसार हेल्थ डिपार्टमेंट और हेल्थ एजुकेशन डिपार्टमेंट में आपसी तालमेल न होने के कारण इसका खामियाजा नशा मुक्ति केन्द्र न खुलने पर उठाना पड़ रहा है।

देहरादून (ब्यूरो)। जनवरी माह में दून में सरकारी और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में नशा उन्मूलन के लिए प्राथमिक नशा निवारण केन्द्र की शुरुआत की जानी थी। लेकिन, जनवरी माह में प्रपोजल के बाद व धनराशि आवंटित होने के बाद भी अब तक दून मेडिकल कॉलेज, जिला हॉस्पिटल और मानसिक हॉस्पिटल के बीच केवल खींचतान चल रही है। इस खींचतान के बीच मानसिक हॉस्पिटल में ही नशा मुक्ति केन्द्र को खोले जाने की बात की जा रही है।

नाम बदलने का भी था प्रस्ताव
युवाओं को नशे के जंजाल से बचाने के लिए प्रशासन को समाज कल्याण और बाल कल्याण संरक्षण आयोग की ओर से केन्द्र का नाम बदलने का भी प्रस्ताव दिया गया था। दावा है कि नशा मुक्ति केन्द्र से लौटने के कारण कई युवाओं को सामाजिक दूरियों का सामना करना पड़ता है। समाज उन्हें गंभीरता से नहीं लेता। ऐसे में इन युवाओं में नेगेटिविटी की भावना पनपती है। ऐसे में इस संस्था का नाम जीवन ज्योति आश्रय के नाम से जाने का प्रस्ताव दिया गया था। लेकिन जब इस मामले में प्रशासन से बात की तो सेंटर के नाम पर उनके पास कोई जानकारी नहीं थी।

दून में चल रहे 41 नशा मुक्ति केन्द्र
बीते कुछ माह में प्राइवेट नशा मुक्ति केन्द्र के खिलाफ मिली शिकायत को देखते हुए प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दून में नशा मुक्ति केन्द्र की जांच करनी शुरू की। इसके बाद दून में 41 नशा मुक्ति केन्द्र को स्कैन किया गया हैं। हालांकि यह नशा मुक्ति केन्द्र प्राइवेट है। गाइडलाइन न होने के कारण यह मनमानी कर रहे। साथ ही बिना रजिस्ट्रेशन और बिना गाइडलाइन के नशा मुक्ति केन्द्र को संचालित न करने के निर्देश है।

तैयार है गाइडलाइन
समाज कल्याण विभाग, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त भागेदारी के बाद पंजाब और हरियाणा की तर्ज पर नशा मुक्ति केन्द्रों के लिए गाइडलाइन तैयार की गई है। हालांकि देहरादून के नशा मुक्ति केन्द्र के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से किसी भी नशा मुक्ति केन्द्र में एक मनोचिकित्सक का होना अनिवार्य किया गया है।

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Posted By: Inextlive