डेंगू के मामले आए तो हरकत में विभाग
-स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश, डेंगू रोकथाम को प्रभावी कदम उठाएं सीएमओ
-कहा, डेंगू संभावित जिलों में जनजागरूता अभियान में लाएं तेजी
दून में डेंगू के 6 पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने पूरे महकमे को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा सभी डीएम व सीएमओ को जिला स्तर पर डेंगू नियंत्रण को प्रभावी कदम उठाने के लिए कहा है। रेखीय विभागों के साथ मिलकर प्रदेश के डेंगू संभावित जिलों में वृहद स्तर पर जनजागरूकता अभियान चलाने के निर्देश भी अधिकारियों को दे दिये गये हैं। स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश
-अस्पतालों में डेंगू मरीजों को मिले उचित उपचार।
-अधिकारियों को हिदायत, लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
-डेंगू के नियंत्रण व रोकथाम के लिए विभाग पहले ही अलर्ट मोड पर।
-16 मई से 15 जून तक जन जागरूकता अभियान चले।
ये जिले ज्यादा सेंसिटिव
-देहरादून
-हरिद्वार
-ऊधमसिंह नगर,
-पौड़ी
-नैनीताल
लगातार मॉनिटरिंग के निर्देश
विभागीय मंत्री ने बताया कि बरसात के सीजन में डेंगू संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में जिलों के डीएम व सीएमओ को डेंगू नियंत्रण को लेकर प्रभावी कदम उठाने होंगे। इसके लिए दून समेत पांच जिलों को बेहद संवेदनशील बताया गया है। इसके अलावा रेखीय विभागों में शहरी विकास, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज विभाग, परिवहन विभाग, सिंचाई विभाग, जलापूर्ति विभाग, कृषि विभाग, पर्यटन विभाग, आपदा प्रबंधन, मौसम विभाग, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा व सूचना विभाग के साथ मिलकर पूरे स्टेट में बड़े पैमाने पर डेंगू नियंत्रण को जनजागरूकता अभियान संचालित करने व लगातार मॉनिटिरिंग के निर्देश भी दिये गये हैं।
डॉ.पंकज सिंह ने बताया कि बरसात के मौसम में डेंगू का संचरण व प्रसार तेजी से होता है। बताया, डेंगू बुखार तीन प्रकार का होता है जिसमें डेंगू बुखार (साधारण), डेंगू हेमरेजिक व डेंगू शॉक सिंड्रोम है। डेंगू बुखार में संक्रमित व्यक्ति को ठंड के साथ तेज बुखार आता है। डॉ। सिंह ने बताया डेंगू के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल में जाकर अपनी जांच आवश्य करायें। उन्होंने बताया कि डेंगू बुखार की रोकथाम ही इसका बेहतर उपचार है।
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