मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन ने एमपीजी कॉलेज के प्रिंसिपल को ज्ञापन देकर छात्रों को सीयूईटी से मुक्त कर प्रवेश दिये जाने की मांग की है. जिससे छात्र अपनी पढाई जारी रख सकें और अपना भविष्य बना सकें. ज्ञापन प्रदेश के शिक्षा मंत्री डा. धन सिह रावत को भी प्रेषित किया गया है।स्टूडेंट्स हो रहे हैं परेशान


देहरादून, 31 जुलाई (ब्यूरो)।
शिक्षा मंत्री को प्रेषित ज्ञापन में कहा गया है कि विवि अनुदान आयोग द्वारा स्नातक में दाखिले के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट सीयूईटी को अनिवार्य किया है। लेकिन, राज्य के विवि और कॉलेज अभी इसके लिए तैयार नहीं हैं। महाविद्यालय शिक्षकों के मुताबिक यूजीसी की नई व्यवस्था के तहत दाखिले के लिए छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद प्रवेश परीक्षा होगी।

प्रदेश के महाविद्यालयों में अभी इसकी कोई तैयारी नहीं थी। इसलिए ये व्यवस्था अपनाने पर दिक्कतें आ रही हैं। बताया, पंजीकरण की तिथि घोषित तो हुई, लेकिन उसकी जानकारी सभी स्टूडेंट्स तक नहीं पहुंच सकी। इसके अलावा रजिस्ट्रेशन की ऑनलाइन सेवा से भी सभी छात्र अनजान रहे। जिससे मसूरी के अधिकांश स्टूडेंट्स कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) के लिये न ही पंजीकरण करा पाये और ना ही ये परीक्षा दे पाये। ऐसे में महाविद्यालय की 75 प्रतिशत सीटें खाली हैं और स्टूडेंट्स प्रवेश लेने के लिए परेशान हो रहे हैं। ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि स्टूडेंट्स स्नातक कक्षाओं में प्रवेश के लिये भटक रहे हैं। ऐसे में पहले की तर्ज पर स्टूडेंट्स को प्रवेश दिए जा। इस दौरान जगजीत कुकरेजा, कोषाध्यक्ष नागेद्र उनियाल, राज कुमार, तनमीत खालसा, अतुल अग्रवाल, छात्रसंघ अध्यक्ष प्रीतम ङ्क्षपटू, अनिल गोयल, देवी गोदियाल आदि मौजूद रहे।dehradun@inext.co.in

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