फिल्मी अंदाज में ट्रक से कर रहे थे वन्यजीव अंगों की तस्करी
-एसटीएफ ने 2 बाघ की खाल के साथ तीन तस्करों को दबोचा, आरोपी यूएसनगर के
-वन्यजीवों के इन तस्करों को नेटवर्क फैला हुआ था उत्तराखंड से लेकर दिल्ली तक
देहरादून, 8 सितम्बर (ब्यूरो)। डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर राज्य की कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाये रखने के लिए पुलिस की ओर से स्पेशल अभियान चलाए जा रहे हैं। इनमें अब वन्य जीव के अंगों की तस्करी को भी शामिल किया गया है। इसी क्रम में एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल की ओर से टीमों को निर्देशित किया गया। सीओ एसटीएफ सुमित पांडे के नेतृत्व में उत्तराखंड एसटीएफ, वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो दिल्ली व तराई केन्द्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर (टांडा) की संयुक्त टीम ने वेडनसडे शाम को यूएसनगर के बाजपुर स्थित हाइवे से 3 शातिर वन्यजीव तस्करों को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से 2 टाइगर(बाघ) की खालें व करीब 35 किलोग्राम बाघ की हड्डी बरामद की है।
रुद्रपुर बेचने के लिए जा रहे थे
एसटीएफ के अनुसार ये आरोपी लंबे समय से वन्य जीव तस्करी में संलिप्त थे और मूलरूप से ऊधमसिंहनगर के काशीपुर क्षेत्र के रहने वाले हैं। वेडनसडे शाम को एसटीएफ को जानकारी मिली कि तीन शातिर तस्कर एक ट्रक संख्या यूके 18 सीए 6713 से काशीपुर से रुद्रपुर की तरफ आ रहे हैं। जिस पर टीम ने घेराबंदी की और उन्हें बाजपुर दोराहा हाइवे पर रोका। जांच में इनके वाहन तलाशी के दौरान बाघ की खाल, भारी मात्रा में हड्डियां बरामद कीं। आरोपी तस्करों ने एसटीएफ को बताया कि बाघ की खाल व हड्डी को वे काशीपुर से लाये हैं। जिसको बेचने के लिए रुद्रपुर ले जा रहे थे।
-एसटीएफ की जांच में पता चला, तीनों हैं कुख्यात वन्यजीव तस्कर
-ये सभी लंबे वक्त से उत्तराखंड व सीमावर्ती यूपी में हैं एक्टिव
-गैंग के 7 सद्स्यों को जुलाई में पकड़ा था 1 बाघ की खाल के साथ
-पकड़े गये तस्करों के खिलाफ केंद्रीय वन प्रभाग रुद्रपुर में दर्ज किया था केस डिटेल से पूछताछ जारी
एसटीएफ के अनुसार आरोपियों से तस्करी को लेकर डिटेल पूछताछ की जा रही है। एसएसपी एसटीएफ के अनुसार 22 जुलाई को खटीमा क्षेत्र में एक वन्यजीव तस्कर गैंग के खिलाफ कार्रवाई कर बाघ की खाल के साथ ही भारी मात्रा में टाइगर की हड्डियां बरामद की थी। जबकि, 7 वन्यजीव तस्करों को अरेस्ट किया था। इस दौरान पुलिस को कई सुराग हाथ लगे थे। इसी के चलते एसटीएफ को ये सफलता हाथ लगी।
वाइल्ड लाइफ एक्ट में केस दर्ज
दरअसल, बाघ राष्ट्रीय पशु है। जिसे वन्यजीव जन्तु संरक्षण अधिनियम की पहली अनुसूची में रखा गया है। इसका शिकार करना गंभीर क्राइम है। दबोचे गए तीनों आरोपी तस्कर के खिलाफ वन विभाग रुद्रपुर में वन्यजीव व वाइल्ड लाइफ एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
एसएसपी एसटीएफ की लोगों से अपील है कि वन्य जीव अपराधों में एसटीएफ नोडल एजेन्सी है। वन्यजीवों की तस्करी करने वाले तस्करों व वन्य जीव अपराधों से संबंधित सूचना नजदीकी पुलिस स्टेशन या एसटीएफ 0135-2656202 से संपर्क कर दी जा सकती है। इन्हें किया गिरफ्तार
-शमशेर सिंह, निवासी शिव कॉलोनी सर्वरखेड़ा यूएसनगर।
-कुलविंदर सिंह, निवासी शिव कॉलोनी सर्वरखेड़ा यूएसनगर।
-जोगा सिंह, निवासी सर्वरखेड़ा यूएसनगर। ये किया गया बरामद
-बाघ का खाल, लंबाई 11 फिट 4 इंच
-दूसरी बाघ की खाल, लंबाई 9 फिट 4 इंच
-करीब 35 किग्रा बाघ की हड्डियां
-ट्रक संख्या यूके 18 सीए 6713
-एक मोटरसाइकिल
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