पर्यावरण बचाने के लिए आए दिन शहर को प्लास्टिक फ्री बनाने की बात की जाती है. बाकायदा कैंपेन चलाए जाते हैं. छापेमारी की जाती है. लेकिन नतीजा सबके सामने है.

देहरादून,(ब्यूरो): पर्यावरण बचाने के लिए आए दिन शहर को प्लास्टिक फ्री बनाने की बात की जाती है। बाकायदा, कैंपेन चलाए जाते हैं। छापेमारी की जाती है। लेकिन, नतीजा सबके सामने है। वहीं, इस सबके बीच कैंट बोर्ड दून ने न केवल प्लास्टिक से निजात पाने के नए प्रयास शुरू किए हैं। बल्कि, लोगों को प्लास्टिक बैंक में सिंगल यूज प्लास्टिक लाने पर भी 5 रुपए प्रति केजी भुगतान करने का फैसला लिया है। अब कैंट बोर्ड प्लास्टिक के रिसाइकिलिंग से बैंच, शेड और बड़ी मात्रा में टाइल्स तक तैयार कर रहा है। यही कारण है कि अब तक कैंट बोर्ड ने 80 हजार से ज्यादा टाइल्स तैयार कर कैंट स्थित महिंद्रा ग्राउंड में यूज भी कर दिए हैं। यही वह टाइल्स हैं, जो शहर की रौनक में चार चांद लगा रहे हैं।

2023 में हुए कचरा बैंक शुरू
एक वर्ष पहले साल 2023 में दून कैंट बोर्ड ने प्लास्टिक के बड़ी मात्रा में यूज होने और उसके पर्यावरण पर होने वाले नुकसान को देखते हुए दून में पहला पॉलीथिन कचरा बैंक तैयार किया। इसके बाद सिटी के दूसरे इलाकों में भी कैंट क्षेत्र में बिंदाल चौकी, डेयरी फार्म, और प्रेमनगर समेत कुल चार जगहों पर ये प्लास्टिक बैंक तैयार किए। इसका मकसद था कि न केवल शहर को प्लास्टिक मुक्त करना, बल्कि बड़ी मात्रा में पाए जाने वाले प्लास्टिक को रिसाइकिल कर उससे दूसरी सामग्री तैयार कर शहर को खूबसूरत बनाना। कैंट बोर्ड की मेहनत रंग लाई। यही कारण है कि अब कैंट बोर्ड के इनोवेटिव आइडिया से दून शहर प्लास्टिक कचरे के इस्तेमाल से चमक रहा है।

प्लास्टिक टाइल्स से बनाया फुटपाथ
इस पहल के तहत अब तक शहर के अटल पार्क में प्लास्टिक से तैयार 20 बेंच, 25 शीट और कुल 1400 टाइल्स लगाई जा चुकी हैं। इसके आलावा महेंद्र ग्राउंड के पास बने फुटपाथ को भी करीब 80 हजार टाइल्स से तैयार किया गया है। कैंट बोर्ड का दावा है कि इससे न सिर्फ शहर कचरा मुक्त हो रहा है, बल्कि इनसे बने बेंच और टाइल्स शहर की रौनक भी बढ़ा रही हैं। लोगों को इसका भी भरपूर लाभ मिल रहा है।

आमदनी का जरिया भी बना
कैंट बोर्ड के मुताबिक इस पहल से पर्यावरण को तो फायदा हो ही रहा है, साथ ही लोगों को भी आर्थिक मदद मिल रही है। प्लास्टिक कचरे के बदले मिलने वाले पैसों से लोग आमदनी भी कर रहे हैं। कैंट बोर्ड, लोगों से इक_ा किए गए प्लास्टिक कचरे के बदले उन्हें 5 रुपये प्रति किलो के हिसाब से पैसे देता है। जिसके बाद यह सारा प्लास्टिक कचरा इको यूनिफाइड नामक कंपनी को सौंपा जाता है, जो इसे रिसाइकिल करती है। 2023 से अब तक करीब 10 टन प्लास्टिक इकठ्ठा कर कंपनी को सौंपा जा चुका है।

स्वच्छ सिटी बनाने की ओर कदम
दून कैंट बोर्ड की तरफ से उठाया गया यह कदम पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास बताया गया है। इसके माध्यम से न सिर्फ कचरे की समस्या का समाधान हो रहा है, बल्कि शहर को भी नया रूप मिल रहा है।

प्लास्टिक से बना रहे
-बेंच
-चेयर
-टाइल्स
-शेड

dehradun@inext.co.in

Posted By: Inextlive