Dehradun News: दीपम सेठ बने उत्तराखंड के नए डीजीपी
देहरादून, ब्यूरो: वर्ष 1995 बैच के आईपीएस दीपम सेठ प्रदेश के 13 वें नए डीजीपी बनाए गए हैं। सोमवार को उन्होंने कार्यभार संभाला। अभी तक प्रभारी डीजीपी का जिम्मा देख रहे आईपीएस अभिनव कुमार को अब एडीजी कारागार प्रशासन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जबकि, इस पदभार को देख रही विमला गुंज्याल को महानिरीक्षक सतर्कता के पद पर भेजा गया है। कार्यभार संभालने के बाद डीजीपी दीपम सेठ ने अपनी प्राथमिकता गिनाते हुए कहा कि राज्य में लॉ-एन-ऑर्डर को बेहतर बनाने के लिए कार्य किया जाएगा।पहले रह चुके हैं कई पदों पर
डीजीपी दीपम सेठ अभी तक सीमा सशस्त्र बल में एडीजी का पदभार संभाले हुए थे। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को ही उन्हें उत्तराखंड के लिए रिलीव किया। सोमवार सुबह उन्होंने उत्तराखंड में ज्वाइङ्क्षनग दी। सुबह ही शासन ने उन्हें डीजीपी बनाने का आदेश जारी कर दिया। उसके बाद उन्होंने दोपहर को पुलिस हेडक्वार्टर में उन्होंने पदभार ग्रहण किया। कहा, उत्तराखंड पुलिस सभी प्रकार की चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए सक्षम है। उन्होंने कहा कि किसी को कानून के उल्लंघन की अनुमति नहीं होगी। लापरवाही करने वाले अफसरों पर भी ठोस कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी दीपम सेठ उत्तराखंड में पहले भी सेवाएं देते हुए कई अहम पदों पर तैनात रह चुके हैं।
ये मेरा सौभाग्य, मुझे नेतृत्व मिलाडीजीपी ने कहा कि यह सौभाग्य है कि मुझे उत्तराखंड में पुलिस विभाग का नेतृत्व करने का मौका मिला है। कहा, कानून का पालन करने वालों का पुलिस विभाग पर भरोसा और अपराधियों के मन में भय बना रहे। ये प्राथमिकता रहेगी। क्राइम पर कंट्रोल, जांच की मानिटङ्क्षरग और महिला व बच्चों की सुरक्षा भी प्राथमिकता में शामिल होंगी। कहा, उत्तराखंड को नशामुक्त करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। अभियान को आगे बढ़ाते हुए सीमावर्ती राज्यों से समन्वय बनाया जाएगा। उत्तराखंड में विषम भौगोलिक परिस्थिति है। जिसके लिए आपदा प्रबंधन का मजबूत होना बहुत जरूरी है। इसके लिए एसडीआरएफ को और प्रशिक्षित किया जाएगा। राज्य से चीन व नेपाल सीमा लगती हैं। जहां संवेदनशीलता बनी रहती है। ऐसे में सीमाओं पर चौकसी रखी जाएगी। केंद्रीय एजेंसियों से समन्वय बनाकर ह्यूमन ट्रैफिकिंग को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।बेहतर होगा ट्रैफिक मैनेजमेंट
डीजीपी ने कहा कि ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर कार्ययोजना तैयार होगी। वहीं, बढ़ रहे सड़क हादसों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे। कहा, प्रदेश में बड़ी संख्या में पूर्वसैनिक रहते हैं, उनकी समस्याओं का हल करना भी पुलिस की प्राथमिकता में रहेगा। पदभार संभालने से पहले डीजीपी ने सचिवालय में सीएस राधा रतूड़ी से भेंट की।
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