स्टूडेंटस पॉलिटिक्स में रही डीएवी का धमक
- डीएवी से छात्र राजनीति के जरिये कई पहुंचे राजनीतिक शिखर तक
- दून के कॉलेजेज में इन दिनों जारी है छात्र संघ चुनाव का संग्राम
देहरादून, (ब्यूरो):
दून को एजुकेशन हब के नाम से भी जाना जाता है। यहां कई नामी-गिरामी स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी हैं। देश के कई दिग्गज नेताओं ने दून से पढ़ाई की। दून का डीएवी पीजी कॉलेज इसी कड़ी में एक बड़ा नाम है। ब्रिटिश काल में यह कॉलेज बना था। इसके अलावा छात्र राजनीति में भी इस कॉलेज का नाम हमेशा आगे रहा है। पिछले दो सालों से यहां कोविड के कारण चुनाव नहीं हो पाए थे। आजकल यहां छात्र संघ का चुनावी दंगल खूब नजर आ रहा है। यह वही पीजी कॉलेज है, जहां से छात्र राजनीति में किस्मत आजमाने वाले छात्र नेता पार्षद, मेयर, डिप्टी मेयर, विधायक, मंत्री व सीएम तक की मुर्सी संभाल चुके हैं। यही वजह है कि डीएवी में जब भी चुनाव होते हैं, छात्र नेता जीत के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं।
डीएवी ने दिए ये लीडर
वर्ष--- छात्र संघ अध्यक्ष---वर्तमान स्थिति
1990 - डा। प्रदीप जोशी - डीएवी में कैमिस्ट्री टीचर
1991 - विपिन कोहली - कांग्रेस नेता
1992 - रविंद्र जुगरान - भाजपा नेता
1994 - वीरेंद्र पोखरियाल - सहकारी समिति के चेयरमैन
1997 - विजय प्रताप मल्लाह - कांग्रेस नेता, पूर्व पार्षद
1998 - महिपाल शाह - पूर्व डिप्टी मेयर
1999 - लेखराज - प्रांतीय उपाध्यक्ष, एसएफआई
2000 - अजीत रावत - एडवोकेट
2001 - सौरभ थपलियाल - प्रदेश अध्यक्ष, भाजयुमो
2002 - अजय नेगी - कांग्रेस नेता
2004 - ओमप्रकाश सती - नेता, युवा कांग्रेस
2005 - पंकज क्षेत्री - एडवोकेट
2006 - संग्राम सिंह पुंडीर - राष्ट्रीय सचिव, युवा कांग्रेस
2007 - जितेंद्र रावत मोनी - प्रदेश उपाध्यक्ष, भाजयुमो
2008 - राहुल रावत - वरिष्ठ नेता, एबीवीपी
2009 - आशीष बहुगुणा - प्रदेश सहमंत्री, एबीवीपी
2010 - अंशुल चावला - गढ़वाल संयोजक, एबीवीपी
2011 - आशीष रावत - प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, एबीवीपी
2012 - महेश जगूड़ी - एबीवीपी
2013 - सिद्धार्थ राणा - एबीवीपी
2014 - पारस गोयल - एबीवीपी
2015 - राकेश नेगी - एबीवीपी
2016 - राहुल लारा - एबीवीपी
2017 - शुभम सिमल्टी - एबीवीपी
2018 - जितेन्द्र सिंह बिष्ट - एवीवीपी
2019 - निखिल शर्मा- निर्दलीय
ये नामचीन लीडर रहे शामिल
-मॉरीशस के पूर्व प्रधानमंत्री शिवसागर रामगुलाम
-नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री लोकेंद्र बहादुर चंद
-उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा
-भारत सरकार के पूर्व मंत्री महावीर त्यागी ब्रह्मदत्त
-पूर्व भारतीय थल सेना प्रमुख जनरल बीसी जोशी
-एवरेस्ट पर कदम रखने वाली पहली महिला बछेंद्री पाल
-वैज्ञानिक डॉ। फारुख शेख
-कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना
-पूर्व सीएम स्व। नित्यानंद स्वामी
-पूर्व मंत्री दिनेश अग्रवाल
-पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट
-पूर्व स्पीकर स्व.हरबंस कपूर
हां, ये सच है। डीएवी कॉलेज से कई बड़े नेता निकले हैं। कॉलेजके इतिहास में इनका नाम दर्ज है। इसके अलावा कॉलेज भी सबसे पुराना है। जिसमें पढ़ाई के लिए हर कोई तैयार रहता है।
- डॉ के आर जैन, प्राचार्य, डीएवी पीजी कॉलेज एमकेपी में भी दंगल
शुक्रवार को एमकेपी पीजी कॉलेज में कुल 13 नामांकन पत्र ही स्टूडेंट ने लिए। जानकारी देते हुए चुनाव प्रभारी डॉ। तुष्टि मैठानी ने बताया कि दो दिन में केवल 13 स्टूडेंट्स ने ही नामांकन पत्र खरीदा। प्रेजिन्ट के पद के लिए 2, वाइस प्रेजिडेंट के पद के लिए 2, जनरल सर्केट्री के लिए 3, ट्रेजरार के लिए 2, महासचिव के 2 फार्म गए। अब शनिवार व सोमवार को नामांकन फॉर्म भरे जायेंगे।
डीएवी में बिके 66 नामांकन पत्र
डीएवी पीजी कॉलेज में शुक्रवार को 66 नामांकन फार्म स्टूडेंट्स ने लिए। हालांकि कॉलेज के चुनाव प्रभारी डा। राजीव दीक्षित ने बताया कि आज पहले दिन कुल 66 नामांकन फार्म बिके है। जबकि शनिवार को भी और भी कई फार्म जाने की उम्मीद है।
डीबीएस कॉलेज में इन दिनों इंटरनल एग्जाम चल रहे है। इस बीच स्टूडेंट्स में जोश की कोई कमी नहीं दिखी। एग्जाम के बाद भी स्टूडेंट्स में जोश दिखा है। आज शुक्रवार को 23 नामाकंन फार्म गए।