स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत राजधानी दून के करीब 49 चौक चौराहों पर ये क्रॉसिंग टैक्टाइल डिवाइस लगाई थी। लेकिन अब ये डिवाइस नाम मात्र के रह गए हैं। कुछ चौराहों पर बेवजह अपने आप आवाज करने लगते हैं तो दूसरे चौक-चौराहों पर बटन पुश करने के बावजूद न कोई आवाज आती है और न कोई ग्रीन व रेड लाइट जल पाती है। स्थानीय लोग भी सवाल कर रहे हैं कि आखिर ये है क्या चीज।

देहरादून (ब्यूरो) दरअसल, दून शहर में स्मार्ट सिटी योजना के तहत कई चौक-चौराहों का मॉडर्नाइजेशन किया गया। हाईटेक ट्रैफिक सिग्नल लाइट्स लगाई गईं। तमाम प्रकार के कैमरे इंस्टॉल किए गए। यहां तक इन कैमरों में ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रीडिंग कैमरे भी शामिल थे। जबकि, कुछ स्थानों पर पैनिक बटन और कुछ सड़कों पर वैरिएबल मैसेज डिस्प्ले बोर्ड(वीएमडीबी)लगाए गए। लेकिन, चौक चौराहों के किनारे जो बटन लगाए गए हैं। उनके बारे में अब तक लोगों को स्पष्ट जानकारी तक नहीं है। कई लोग इसको पैनिक बटन समझ रहे हैं। जबकि, स्मार्ट सिटी के अधिकारियों का कहना है कि ये पैनिक बटन नहीं, बल्कि क्रॉसिंग टैक्टाइल डिवाइस है। ये बटन खासकर दिव्यांगजनों को रोड क्रॉस करने में मददगार साबित होता है।

स्मार्ट सिटी का आइडियल मॉडल
बताया जा रहा है कि स्मार्ट सिटी ने इस बटन को मेट्रो सिटीज की तर्ज पर दून में इंट्रोड्यूज किया था, जिससे लोगों को आइडियल तकनीक या फिर टेक्नोलॉजी के बारे में जानकारी मिलने के साथ उसका यूज किया जा सके। देहरादून स्मार्ट सिटी के एक अधिकारी ने बताया कि ये क्रॉसिग टैक्टाइल डिवाइस दिव्यांगजनों के लिए ज्यादा मददगार होता है। बटन दबाने के बाद उन्हें रोड क्रॉस करने में मदद मिल सके।

डिवाइस से नहीं आई कोई आवाज
दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम ने जब सिटी के कुछ चौराहों पर इन क्रॉसिंग टैक्टाइल डिवाइस की हकीकत जाननी चाही तो नजारा कुछ और देखने को मिला। इन चौराहों पर मौजूद इन डिवाइस का जब बटन पुश किया गया तो न तो कोई आवाज आई, न ही इन डिवाइस से कोई रेड या फिर ग्रीन लाइट जलती हुई दिखाई दी।


यहां लगी हैैं डिवाइस
-सहारनपुर चौक
-प्रिंस चौक
-तहसील चौक
-बिंदाल चौक
-ओल्ड सर्वे चौक
-दिलाराम चौक
-बहल चौक
-दर्शनलाल चौक
-घंटाघर
-कनक चौक
-धर्मपुर चौक

dehradun@inext.co.in

Posted By: Inextlive