इंटरनेशनल डॉग डे को लेकर वॉकथॉन के माध्यम से इंसान और डॉगीज के सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने का संदेश दिया गया। स्थानीय पशु कल्याण गैर-सरकारी संगठनों स्वयंसेवकों और समुदाय के सदस्यों सहित 50 से अधिक लोगों ने प्रतिभाग किया। इंटरनेशनल डॉग डे से पहले पशु संरक्षण संगठन ह्यूमेन सोसाइटी इंटरनेशनल इंडिया के सदस्य एकजुट हुए। सभी ने शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को बढ़ावा देने पर जोर दिया जिसका उद्देश्य सभी के लिए सुरक्षित समाज बनाना था।

देहरादून (ब्यूरो) शनिवार को गांधी पार्क में सुबह 9 बजे वॉक-ए-थॉन की शुरुआत की गई। इस दौरान स्थानीय पशु कल्याण गैर-सरकारी संगठनों के 50 से ज्यादा डॉग लवर्स पहुंचे। वॉक-ए-थॉन का आयोजन 3 घंटे तक चला। वॉक ए थॉन गांधी पार्क-कनक चौक, इसके बाद परेड ग्राउंड से होते हुए रोजगार तिराहा से होते हुए तिब्बती मार्केट, लैंसडाउन चौक तक पहुंची।

तख्तियां लेकर निकाला मार्च
डॉग लवर्स पब्लिक को अवेयर करते हुए तख्तियां लेकर चल रहे थे। इसके साथ स्टैंडी भी प्रदर्शित की गई, जिसके माध्यम से जनता को पशु कानूनों, पशुओं के जन्म नियंत्रण (एनिमल बर्थ कंट्रोल) के महत्व और रेबीज-रोधी टीकाकरण कार्यक्रमों के बारे में जागरूक किया। पशु चिकित्सक और ह्यूमेन सोसाइटी इंटरनेशनल, इंडिया में कंपैनियन एनिमल्स एंड एंगेजमेंट के निदेशक डॉ। पियूष पटेल ने कहा कि वॉक-ए-थॉन इस पहल के प्रति सामुदायिक समर्थन का शक्तिशाली प्रदर्शन है। जन जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मनुष्यों और स्ट्रीट डॉग्स दोनों के लिए सुरक्षित समाज बनाने की दिशा सार्थक बदलाव लाने में मदद की है।

46000 स्ट्रीट डॉग्स की नसबंदी
2016 से एचएसआई, इंडिया और दून नगर निगम ने मिलकर अनुमानित रूप से दून की सड़कों में घूम रहे 46,000 स्ट्रीट डॉगीज की नसबंदी की गई है। बताया गया कि शहर में करीब 84 परसेंट स्ट्रीट डॉग्स की नसबंदी की गई है।

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Posted By: Inextlive