पेपर लीक में कोर्ट कर्मचारी भी था शामिल
देहरादून ब्यूरो। एसटीएफ यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें यूनिवर्सिटी कर्मचारी, प्रिंटिंग प्रेस कर्मचारी और पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। अब जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, वह सीजेएम कोर्ट नैनीताल में जूनियर असिस्टेंट के पद पर कार्यरत है। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह के अनुसार अब तक गिरफ्तार किये गये आरोपियों के बयानों और उनसे मिले साक्ष्यों के आधार पर एसटीएफ टीम महेन्द्र सिंह चौहान, पुत्र रामकुमार सिंह चौहान, निवासी नियर एसडीएम कोर्ट जसपुर खुर्द, काशीपुर जिला ऊधमसिंहनगर को पूछताछ के लिए एसटीएफ कार्यालय देहरादून लाई थी। पूछताछ में महेन्द्र सिंह के इस प्रकरण में संलिप्त होने का साक्ष्य मिला। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है।
15-15 लाख में हुआ था सौदा
पूछताछ में महेन्द्र सिंह चौहान ने बताया गया कि उसने दीपक शर्मा और अमरीश कुमार के साथ मिलकर जसपुर खुर्द काशीपुर के कुछ कैंडीडेट्स को लीक पेपर उपलब्ध करवाया था। हर कैंडीडेट से 15 लाख रुपए में सौदा हुआ था। कुछ कैंडीडेट्स ने आधी दी थी, जबकि कुछ ने गारंटी के एवज में चेक दिए, जो ज्वाइनिंग के बाद कैश के बदले में वापस दिये जाने थे।
अकाउंट में भी ली रकम
एसटीएफ के अनुसार आरोपी महेन्द्र ंिसह चौहान ने एक कैंडीडेट से अपने बैंक अकाउंट के माध्यम से भी अमाउंट ली थी। आरोपी का यह अमाउंट सीज कर दिया गया है। उसमें अभी 3 लाख रुपये जमा हैं।
एसटीएफ के अनुसार पकड़े गये आरोपियों से की जाने वाली पूछताछ से इस मामले के तार कई और लोगों तक जुड़ रहे हैं। फिलहाल एसटीएफ का पूरा फोकस कुमाऊं पर है। यहां कई अन्य लोगों के भी इस मामले में संलिप्ल होने की आशंका है।
अब तक 12 गिरफ्तार
पेपर लीक मामले में अब तक 12 लोग गिरफ्तार किये जा चुके हैं। सबसे पहले 24 जुलाई को 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें दन्या अल्मोड़ा निवासी बाल किशन जोशी, कैंट देहरादून निवासी जयजीत दास, चंपावत निवासी मनोज जोशी, बिजनौर निवासी कुलवीर सिंह चौहान, कालसी निवासी शूरवीर सिंह चौहान और सितारगंज निवासी गौरव नेगी शामिल थे। 26 जुलाई को लखनऊ से अभिषेक वर्मा को गिरफ्तार किया गया। 29 जुलाई को सेलाकुई स्थित एचएनबी मेडिकल यूनिवर्सिटी के दो संविदा कर्मचारियों दीपक चौहान और भावेश जगूड़ी को गिरफ्तार किया गया। 31 जुलाई को पुलिस कॉन्सटेबल अंबरीष कुमार और एक अन्य व्यक्ति दीपक शर्मा को जबकि मंडे को नैनीताल सीजेएम कार्यालय के कर्मचारी महेन्द्र सिंह चौहान को गिरफ्तार किया गया है।