खबरदार दून में 500 रुपए के जाली नोटों की खेप पहुंचने लगी है। अगर आप 500 रुपए के नोट के साथ लेन-देन कर रहे हैैं तो नोट को जरूर परख लें कहीं आपको कोई जाली नोट न थमा दे। दून पुलिस ने जाली नोट चलाने वाले एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो नोएडा से संचालित हो रहा है और यह गैंग देशभर में 500 रुपये के जाली नोट खपा रहा है। यानी अब तक बड़ी संख्या में जाली नोट अर्थव्यवस्था का हिस्सा बन चुके हैं। 500 के ये जाली नोट अब दून भी पहुंच चुके हैं। दूनाइट्स को अब इन जाली नोटों को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है।

देहरादून (ब्यूरो)। रायपुर थाना पुलिस को थर्सडे को सूचना मिली थी कि दो संदिग्ध लोग 500 के नोट भुनाने की कोशिश कर रहे हैं और वे नोट जाली हो सकते हैं। पुलिस के अनुसार 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद पुलिस ने दो संदिग्ध लोगों को चिन्हित किया। आखिरकार लाडपुर तिराहे के पास दोनों लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया। तलाशी लेने के पर दोनों के पास 500 रुपये के कुल 18 जाली नोट मिले। दोनों की पहचान अवनीत कुमार, निवासी ग्राम खानपुर माधोपुर बिजनौर यूपी और विनय कुमार, ग्राम रतनपुर जिला बिजनौर यूपी के रूप में हुई। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

नोएडा से चल रहा गैंग
आरोपी अवनीत ने पूछताछ में बताया कि उसकी पत्नी बीमार रहती हैं। इलाज में काफी पैसे खर्च हो गये। सोशल मीडिया पर उसे नकली करेंसी का पता चला। उसने अपने साथी विनय को इस बारे में बताया। दोनों नोएडा सेक्टर 22 में केशव नाम के व्यक्ति से मुलाकात हुई। केशव का नेटवर्क भारत के कई राज्यों में फैला है। केशव ने उन्हें जाली करेंसी सप्लाई करने के लिए दी और जाली नोट चलाने के बारे में बताया।

एक असली में 2 जाली नोट
आरोपियों ने बताया कि नोएडा मेें केशव ने उन्हें एक असली 500 रुपये के नोट के बदले 2 नकली नोट दिये। जो हू-ब-हू असली नोट जैसे थे। उसने सबसे पहले 4 नोट आसपास भुनाने को कहा। उन्होंने नोएडा में ही छोटी-मोटी खरीदारी कर नोट भुना लिये। किसी ने नोटों पर शक नहीं किया। इससे दोनों का हौसला बढ़ गया और वे 20-21 हजार के नकली नोट ले आये। उन्हें हिदायद दी गई कि बाकी नोट अलग-अलग राज्यों में भुनाने हैं। दोनों ने 12 हजार रुपए के जाली नोट बिजनौर में चलाए। बाकी 9 हजार के नोट वे देहरादून में चलाने आये थे। बाद में वे राजस्थान भी जाने वाले थे।

गैंग चलाने वाले शातिर
पूछताछ में अवनीत और विनय ने यह भी बताया कि जिनसे उन्होंने जाली नोट लिए हैं, वे शातिर किस्म के हैं। शक होने पर तुरंत अपने नम्बर और जगह बदल लेते हैं। पुलिस के अनुसार आरोपियों के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। राष्ट्रीय स्तर के गैंग से संबंध होने के कारण उनके मोबाइल नंबरों की सीडीआर के माध्यम से जानकारी जुटाई जा रही है।

Posted By: Inextlive