उत्तराखंड से टिहरी से लेकर हरियाणा के पलवल तक के बदमाशों का एक गिरोह पिछले काफी समय से दून में एटीएम पर ठगी कर रहा था। यह गिरोह एटीएम से पैसे निकालने वाले बुजुर्गों और महिलाओं की मदद के नाम पर उनके एटीएम कार्ड बदल देता था और पिन कोड हासिल करके बाद में उनके खाते साफ कर देता था। फिलहाल पुलिस ने इस गिरोह के दो बदमाशों को गिरफ्तार करके एटीएम ठगी के 4 मामलों को खुलासा किया है। इनके पास से एक कार ओर 61 डेविट कार्ड बरामद किये गये हैं। गिरोह के एक सदस्य की पुलिस को तलाश है।


देहरादून ब्यूरो। तीन दिन पहले 14 अक्टूबर को थाना रायपुर में एटीएम कार्ड बदकर खाते से रकम उड़ाने के तीन मामले थाना रायपुर में दर्ज किये गये थे। अंबेडकर कॉलोनी निवासी विपिन पासवान ने पीएनबी एटीएम डील रायपुर से 15 हजार रुपये, बालावाला निवासी ऋतु पीएनबी एटीएम मालसी पुलिया में कार्ड बदलकर 19500 रुपये और नत्थूवाला निवासी सुमन जोशी में यूको बैक एटीएम चक्की नंबर 4 में डेविट कार्ड बदलकर 70000 रुपये खाते से निकालने की शिकायत दर्ज की।

दो आये पकड़ में


पुलिस ने तीनों एटीएम के आसपास लगे 42 सीसीटीवी कैमरे खंगाले, इसमें देखे गये संदिग्ध लोगों के फोटो लिये। सीसीटीवी फुटेज में एक नीले रंग की बलेनो कार देखी गई। संडे को पुलिस ने थानो रोड स्टेडियम तिराहा के पास से दो संदिग्ध सुनील मेहरा, निवासी ग्राम धौडग़ी, थाना देवप्रयाग, टिहरी हाल निवासी नियर प्रेम भट्टा कैलाश रोड पित्थुवाला थाना पटेलनगर और सौहार्द उर्फ मुन्ना निवासी ग्राम लेढी, जिला यमुनानगर, हरियाणा को दबोच लिया। उनके पास से 30 हजार रुपये कैश, अलग-अलग बैंको के 61 एटीएम कार्ड और बलेना कार बरामद की गई। पूछताछ में रायपुर में दर्ज तीन वारदात के अलावा ऋषिकेश में भी इसी प्रकार की एटीएम कार्ड बदलकर खाते से पैसे उड़ाने की बात स्वीकार की। उन्होंने यह भी बताया कि इन वारदात में एक और व्यक्ति इम्मा, निवासी पलवल, हरियाणा भी शामिल था।दून में मिले और धंधा शुरूपूछताछ में सुनील ने बताया गया कि वह बिहारीगढ़ में एक स्टोन क्रशर में काम किया करता था। वहां उसकी मुलाकात सौहार्द उर्फ मुन्ना से हुई। बाद में वह देहरादून आ गया और अपना वाहन लेकर टैक्सी चलाने लगा। कुछ समय पूर्व सौहार्द कुछ समय बाद सौहार्द और गुडग़ांव में कॉल सेंटर में काम करने वाला उसका दोस्त इम्मा उसे मिलने देहरादून आये। इम्मा ने बताया कि वह पहले हरियाणा में एटीएम ठगी में जेल जा चुका है। तीनों ने देहरादून में भी इस तरह की ठगी करने की साजिश रची। वे बुलेनो से रेकी कर बुजुर्ग व्यक्तियों एवं महिलाओं को चिन्हित करते थे। इम्मा और सौहार्द एटीएम के अन्दर जाकर पैसे निकालने में मदद करने के बहाने उनसे उनका एटीएम पिनकोड पता कर लेते थे और मौका पाकर एटीएम कार्ड बदल देते थे। सुनील बाहर लोगों पर नजर रखता था। बाद में वे आस-पास के किसी अन्य एटीएम में जाकर रकम निकाल लेते थे। दोनों के खिलाफ कई केस

पकड़े गये दोनों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न पुलिस थानों में कई केस दर्ज हैं। सौहार्द के खिलाफ हरियाणा के यमुनानगर, अंबाला और देहरादू ऋषिकेश को मिलकर ठगी के कुल 10 मामले दर्ज हैं। सुनील के खिलाफ हालिया ऋषिकेश और रायपुर थाने में दर्ज 4 केस हैं। उसके खिलाफ फिलहाल कोई पुराना केस सामने नहीं आया है।

Posted By: Inextlive