बुधवार को शिक्षा निदेशालय में रोजगार समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान बतौर चीफ गेस्ट सीएम ने गढ़वाल और कुमाऊं के स्नातक वेतनक्रम में चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए. कहा 129 युवाओं के लिए आज का दिन सबसे यादगार है. नवनियुक्त शिक्षकों के कंधों पर सेवा और जिम्मेदारी दोनों हैं. सीएम ने कहा कि जी-20 जैसे अहम आयोजन में उत्तराखंड जैसे छोटे राज्य को तीन बैठकों की मेजबानी करने का सौभाग्य मिला. इन बैठकों ने उत्तराखंड को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिलाई।

बोले-ननूरखेड़ा स्थित माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में तैयार किया जाएगा एक मंच

देहरादून, 7 सितम्बर (ब्यूरो)।

सीएम पुष्कर ङ्क्षसह धामी ने 129 सहायक अध्यापक (एलटी) को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। यह नियुक्तियां सेकेंड फेज की हैं। फस्र्ट फेज में 880 सहायक अध्यापकों को गढ़वाल और कुमाऊं मंडलों में नियुक्ति मिल चुकी है। इस दौरान सीएम ने कहा कि ननूरखेड़ा स्थित माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में एक मंच तैयार किया जाएगा, जो बड़े आयोजनों के लिए उपयोग में लाया जाएगा।
सख्त नकल कानून लागू किया गया
सीएम ने कहा कि राज्य में सख्त नकल कानून लागू किया गया है। इस कानून के लागू होने के बाद से अभी तक साढ़े पांच लाख से अधिक अभ्यर्थी प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग ले चुके हैं। आज एक अभ्यर्थी चार-चार परीक्षाओं में सफल हो रहा है। यह परीक्षाएं में पारदर्शिता का प्रमाण है।


अध्यापक 5 साल दुर्गम में अवश्य सेवा दें
समारोह में शिक्षा मंत्री डा। धन ङ्क्षसह रावत ने नवनियुक्त शिक्षकों को नसीहत दी कि उन्हें शुरुआती सालों में कम से कम पांच साल दुर्गम क्षेत्रों में सेवा जरूर देनी चाहिए। इस पर सभी शिक्षक एक पल को खामोश हो गए। कहा, एलटी शिक्षकों का अभी मंडल कैडर है, जिसे स्टेट कैडर बनाने पर विचार किया जा रहा है। कहा, जो करीब 3,500 गेस्ट टीचर्स स्कूलों मेंं कार्यरत हैं, उनकी जायज मांगों को पूरा कर लिया जाएगा। लेकिन स्थायी नियुक्ति की मांग संभव नहीं है। शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट किया कि माध्यमिक शिक्षा में 20 से 30 परसेंट बैकलाग पद भरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

Posted By: Inextlive