Uttarakhand: सिरवालगढ़ में 15 साल बाद फिर फटा बादल, भारी तबाही
देहरादून (ब्यूरो) सामाजिक कार्यकर्ता जितेंद्र बिष्ट ने बताया कि वेडनसडे रात करीब 10:30 बजे सिरवालगढ़ के समीप बादल फटा, जिससे गांव के राकेश कंडारी, प्रेम ङ्क्षसह पवार, सुरेंद्र कंडारी, बुध ङ्क्षसह पवार, दयाल ङ्क्षसह पवार, यशवंत ङ्क्षसह पवार, दिगंबर कंडारी, वीरेंद्र कंडारी आदि की फसलें बर्बाद हो गई। साथ ही उनके घरों में पानी भर गया, जिससे बड़ा नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि इस तरह की घटना वर्ष 2008 में भी घटी थी। उन्होंने बताया बादल फटने से ग्रामीणों का लगभग मुख्य मार्ग एक किलोमीटर हिस्सा बह गया है।
पोल्ट्री फार्म में गुजारी रात
अतिवृष्टि से पेयजल लाइन भी पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। अब प्राकृतिक स्रोत का ही सहारा ग्रामीणों को है। उन्होंने बताया कि रात बादल फटने के बाद ग्रामीणों ने पास के ही पोल्ट्री फार्म में रात गुजारी। इसके अलावा सौड़ा के सेमल खाला में भी पानी आने से स्थानीय लोगों को काफी नुकसान पहुंचा है। अतिवृष्टि से क्षेत्र की करीब 700 की आबादी प्रभावित बताई जा रही है।
धान, मंडवा, मक्का, अदरक बर्बाद
स्थानीय निवासी आनंद मनवाल ने बताया कि रात्रि आयी तेज वर्षा व भारी मलबा आने से ग्रामीणों की मंडवा, धान, मक्का, ङ्क्षभडी आदि की फसल बर्बाद हुई है। उन्होंने बताया कि स्थानीय ग्रामीण चरण मनवाल की मक्का व अदरक की फसल भी इस बरसाती पानी में बह गई। उन्होंने प्रभावितों के लिए मुआवजा की मांग की है।
अतिवृष्टि की सूचना मिलते ही थर्सडे को डीएम सोनिका ने सिरवालगढ़ क्षेत्र का दौरा किया। मालदवेता ओर सेरकी गांव में पहंंचकर डीएम ने प्रभावितों से बातचीत कर उनका हालचाल पूछा। डीएम ने बताया कि गांव के ऊपरी छोर पर सिंचाई विभाग द्वारा बनाए गए चेकडैम से बारिश के पानी का तेज बहाव के साथ मलबा सड़क और ह्यूम पाइप को क्षति पहुंचाते हुए मेन रोड तक पहुंचा। उन्होंने तहसीलदार को जल्द क्षति का आंकलन करने के निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई और पीडब्ल्यूडी को मलबे को हटाकर पानी की निकासी के निर्देश दिए। सुविधाएं बहाल करने के निर्देश
डीएम ने बताया कि गांव के ऊपरी छोर पर भूकटाव से खेत, रास्ते, नाले में बने सड़क के पुल के ठीक सामने से आए मलबा डंप होने से नाले के पानी का रुख सड़क और आबादी, खेतों की तरफ आया, जिससे सड़क व फसलों को क्षति पहुंची है। उन्होंने संबंधित अफसरों को युद्ध स्तर पर आवागमन के रास्ते खोलकर आवागमन सुचारू करने के निर्देश दिए।
दिल्ली यमुनोत्री हाईवे पर दरके पहाड़
दिल्ली-यमुनोत्री नेशल हाईवे पर विकासनगर के जुड्डो व हथियारी के बीच 4 स्थानों पर पहाड़ दरकने से बोल्डर व मलबा सड़क पर आने से यातायात बाधित हो गया। जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। पीडब्ल्यूडी के एनएच खंड व निर्माण खंड ने हाईवे से मलबा हटाने के लिए जेसीबी लगाई है। बताया जा रहा है कि रात से बंद हाईवे पर अभी तक वाहनों का संचालन पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाया। फिलहाल हल्के वाहन ही आवाजाही कर पा रहे हैं। भारी वाहन लखवाड़ बैंड से जुडडो बाड़वाला मार्गं से होकर गंतव्य को गुजर रहे हैं।