बाल आयोग ने छात्रावास व किड्स स्कूल में की छापेमारी
दस्तावेज की कमियों के साथ बच्चों को नहीं दी जा रहीं आवश्यक सुविधायें
देहरादून, 21 अप्रैल (ब्यूरो)।
बाल आयोग की टीम ने शुक्रवार को आराघर स्थित सुभाष चन्द्र बोस छात्रावास व रेसकोर्स स्थित किड्स स्कूल का निरीक्षण किया। छात्रावास और किड्स स्कूल में कई अव्यवस्था पाए जाने पर आयोग ने छात्रावास व स्कूल में व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। आयोग ने छात्रावास में स्टूडेंट के रिकार्ड रखने के साथ यहां व्यवस्था बनाए रखने को कहा। आवासीय विद्यालय में गरीब, बेसहारा भीख मांगने वाले बच्चों को सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाओं में कटौती की जा रही है। जो स्टूडेंट्स के अधिकारों पर कुठाराघात है। आयोग ने सुभाष चन्द्र बोस विद्यालय का औचक निरीक्षण किया।
स्कूल में मिली ये कमी
-किड्स स्कूल के नाम पर धांधली
-फीस ज्यादा ली जाती है
-बिना एनओसी के चल रहा स्कूल।
-छोटे बच्चों के लिए नहीं मौजूद प्ले ग्राउंड।-नहीं मिली टीचर्स की लिस्ट।-बच्चों को स्कूल से किताबों से लेकर जूते व चप्पल दी जा रही।
-फ्रेंचाइजी के नाम पर की जा रही धांधली।
छात्रावास में ये मिली कमी
-प्राथमिक उपचार के लिए नहीं मिले छात्रावास में व्यवस्था।
-छात्रावास में नहीं थी सफाई की व्यवस्था।-छात्रावास व विद्यालय में मिली स्टाफ की कमी।
-कर्मचारियों को नहीं मिलता समय से वेतन।-छात्रावास में मिले 100 बच्चे।-एक कमरे में रह रहे थे 25 स्टूडेंट
-पीने के पानी के लिए नहीं था फिल्टर।-बेड की व्यवस्था नहीं मिली।-छोटे पंखे लगे थे, जिसकी हवा नहीं मिल पा रही थी।-भोजन सूची में बच्चों को आहार उपलब्ध नहीं करवाया गया।
छात्रावास से गायब हो गया था छात्र
धर्मपुर स्थित छात्रावास से शिवम नाम के एक स्टूडेंट की गायब होने की शिकायत मिली। सूचना थी कि वह अचानक बिना बताए कहीं गायब हो गया है। जिस पर छात्रावास की ओर से लोकल थाने में एफआईआर दर्ज की गई। लेकिन, अगले दिन वह वापस आ गया था। हालांकि इससे पहले भी कई स्टूडेंट बिना बताए यहां से कहीं अचानक गायब हो गए थे। कई स्टूडेंट ऐसे थे जो आज भी अनुपस्थित थे तो स्कूल स्टाफ ने बताया कि वे छुट्टी पर हैं। जिसकी रिपोर्ट अन्य स्टाफ के पास है जो उपस्थित नहीं है।
सख्ती के दिए आदेश
बाल आयोग के निरीक्षण के दौरान कई कमियां मिली। जिसके बाद आयोग 10 दिन में दस्तावेज समेत व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। इस दौरान सदस्य विनोद कपरवाण, अनुसचिव डॉ। एसके सिंह, विधि अधिकारी ममता रौथाण, विशाल चाचरा, खंड शिक्षा अधिकारी पल्लवी नैन, डीपीओ मीना बिष्ट व सिटी मजिस्ट्रेट मौजूद थे।
वर्जन-:
लगातार यहां से संबंधित शिकायत मिल रही हैं। जिसके बाद टीम को भेजकर कार्रवाई की जा रही हैं। बच्चों से सबंधित किसी भी शिकायत को हल्के में नहीं लिया जाएगा।डॉ। गीता खन्ना, अध्यक्ष, बाल अधिकार संरक्षण आयोग