नेपाल से दून पहुंची 17 लाख की चरस
देहरादून ब्यूरो। थाना त्यूनी पुलिस के अनुसार नशामुक्त देवभूमि अभियान के तहत थाना स्तर पर एक टीम का गठन किया गया है। यह टीम लगातार नशा तस्करों के खिलाफ अभियान चला रही है। सैटरडे शाम को पुलिस टीम पौंटा साहिब हाटकोटी रोड पर मझोग पेट्रोल पम्प से करीब एक किमी आगे चेकिंग कर रही थी। इस दौरान नेपाली मूल के युवक लच्छुमन घर्ती की भी चेकिंग की गई तो उसके कब्जे से 3 किलो 560 ग्राम अवैध चरस बरामद की गई। पुलिस ने उसे एनडीपीएस एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस चरस की कीमत करीब 17 लाख रुपये बताई जा रही है। आरोपी युवक ने पूछताछ में बताया कि वह नेपाल से चरस लेकर आया था और छिपते-छिपाते दून के विभिन्न हिस्सों में चरस बेचने का प्रयास कर रहा था। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रहीे है कि युवक पहले भी इस तरह की तस्करी करता रहा है या नहीं। उसके आपराधिक इतिहास को भी खंगालने का प्रयास किया जा रहा है।
आरोपी की पहचान- लच्छुमन घर्ती मगर पुत्र हस्तलाल घर्ती मगर, निवासी कलम धारी घोराही, उप महानगर पालिका, जिला डांग, प्रान्त लुम्बिनी नेपाल।
मैदानों से स्मैक, पहाड़ों से चरस
पुलिस के तमाम प्रयासों के बाद भी दून में नशे की तस्करी का सिलसिला बंद नहीं हो रहा है। आये दिन स्मैक और चरस के साथ अन्य नशीली चीजों के तस्कर दून में पकड़े जा रहे हैं। दून में यूपी के मैदानी क्षेत्रों से स्मैक और उत्तराखंड और नेपाल के पहाड़ी क्षेत्रों से चरस की तस्करी की जा रही है। दून के अलावा हाल के दिनों में चमोली पुलिस ने भी भारी मात्रा में चरस बरामद की है। चमोली में पकड़े गये तस्करों का इरादा भी चरस को दून पहुंचाना था। फिलहाल कुमाऊं के बागेश्वर और गढ़वाल के चमोली जिले चरस के बड़े केन्द्र बताये जा रहे हैं। स्मैक तस्करी में अब भी बरेली का कनेक्शन सबसे ज्यादा है। हाल के दिनों में सहारनपुर की तरफ से भी दून में स्मैक तस्करी के मामले सामने आये हैं।