मोहना मंदिर में विराजमान चालदा महाराज की पवित्र बरवांश यात्रा का सोमवार को आगाज हुआ। हजारों पदयात्रियों के साथ चालदा महासू ने मोहना मंदिर से प्रस्थान किया। बागड़ी की पूजा-अर्चना को निकली देव यात्रा अपने पहले पड़ाव पर खत उपलगांव के ठाणा गांव पहुंची। इस दौरान देव पालकी के दर्शन को जगह-जगह पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी इस अनुष्ठान में शरीक होने मोहना धाम पहुंचे उन्होंने महासू महाराज के दर्शन किए और डोली यात्रा में भी शामिल हुए।


देहरादून (ब्यूरो)। मोहना मंदिर से निकली चालदा महासू की पवित्र बरवांश यात्रा में हजारों श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ा। प्रवास कार्यक्रम के तहत चालदा महाराज की देव पालकी व छतर विशेष पूजा-अर्चना के बाद मोहना मंदिर से हजारों श्रद्धालुओं व कारसेवकों के साथ रात्रि प्रवास को ठाणा के लिए प्रस्थान किया। सुबह करीब साढ़े 11 बजे मोहना से गाजे-बाजे के साथ निकली देव यात्रा छावनी बाजार चकराता से होकर शाम को बागड़ी की पूजा-अर्चना के लिए प्रवास पर खत उपलगांव के ठाणा पहुंची। चालदा महासू की प्रवास यात्रा के चलते देव पालकी व छतर का स्थानीय ग्रामीणों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया। मोहना मंदिर में जुटे सात खत के ग्रामीणों ने अपने कुल आराध्य देवता को विधि-विधान से विदाई दी।

पर्यटन मंत्री हुए शामिल
चालदा महासू की प्रवास यात्रा में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि महासू देवता जौनसार बाबर जनजाति क्षेत्र ही नहीं बल्कि हिमाचल प्रदेश तक माने जाने वाले देवों के देव इष्ट देव हैं। बताया कि चार भाई महासू में से चालदा महासू महाराज पवित्र मोहना धाम में विराजमान थे जो अब समाल्टा के लिए प्रस्थान कर चुके हैं। कहा कि उनके लिए लिए यह सौभाग्य की बात है कि उन्हें भी इस धार्मिक अनुष्ठान और चालदा महासू महाराज की पावन डोली यात्रा में शामिल होने का मौका मिला।

Posted By: Inextlive