डमी एडमिशन पर सीबीएसई सख्त
- स्कूलों को ऑनलाइन पोर्टल पर अपडेट शिक्षकों व छात्रों की दर्शानी होगी संख्या
- सीबीएसई ने स्कूलों के प्रबंधकों को इस संबंध में जारी किए निर्देश
11वीं में नामांकन के बाद 12वीं की परीक्षा फार्म भरने के बीच बोर्ड की ओर से तीन बार जांच होगी। स्कूल में कितने नामांकन हुए, 12वीं परीक्षा के लिए कितने रजिस्ट्रेशन हुए व परीक्षा फार्म कितने छात्रों ने भरे। इसकी भी बोर्ड गहनता से जांच करेगा। सीबीएसई ने स्कूलों के प्रबंधकों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं।
डमी एडमिशन नियम विरुद्ध
सीबीएसई दून रीजन के अधिकारियों के मुताबिक वर्तमान शैक्षिक सत्र में देखने में आया कि कुछ कोङ्क्षचग संस्थान अपनी वेबसाइट पर देहरादून, हरिद्वार, ऊधम ङ्क्षसह नगर, नैनीताल आदि बड़े शहरों के स्कूलों के नाम शैक्षिक टाइ-अप व डमी प्रवेश देने की स्पष्ट पुष्टि करते हैं। व्यक्तिगत हित के लिए इस तरह की व्यवस्था नियम विरुद्ध है। स्कूलों को स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि यदि छात्रसंख्या निचली कक्षा के अनुपात में नहीं होगी तो किसी भी तरह से डमी प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। स्कूल बोनाफाईड छात्रों को ही प्रवेश की अनुमति देंगे। यदि कोई स्कूल विशेष रूप से 11वीं कक्षा में पंजीकरण के लिए गैर मान्यता संस्थान अथवा कोङ्क्षचग संस्थान के छात्रों को नॉन अटेंङ्क्षडग व डमी रूप से जोडऩे का प्रयास करता है तो स्कूल के इस नियमविरुद्ध कार्य के लिए खुद जिम्मेदार रहेगा।
सीबीएसई देहरादून रीजन के अधिकारियों के मुताबिक सत्र 2022-23 में सीनियर सेकेंडरी के लिए कुछ स्कूलों ने अनाधिकृत रूप से गैर मान्यता प्राप्त संस्थान अथवा कोङ्क्षचग के साथ साठ- गांठ कर 11वीं कक्षा में रजिस्ट्रेशन की संख्या बढ़ाने के लिए बोर्ड को अनुरोध पत्र दिए। लेकिन यह अनुरोध तर्कसंगत नहीं रहे। देखने में आया है कि कई स्कूल निजी कोङ्क्षचग संस्थान के साथ सांठ गांठ कर छात्रों को कोङ्क्षचग के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए नई नई बाते बताते हैं। जो खुद के हित व व्यावसायिक ²ष्टिकोण से किया जाता है। कोङ्क्षचग संस्थान व गैर मान्यता प्राप्त विभिन्न संस्थान को उम्मीद्वारों को इन स्कूलों में डमी प्रवेश देकर अपनी जिम्मेदारी से बचते हैं।
बीते सेशन में डमी स्टूडेंट की एंट्री कराने के प्रयास को देखते हुए निर्णय लिया गया है। बोर्ड ने इस सबंध में सभी स्कूल प्रबंधकों को पत्र भेजा है। एडमिशन से संबधित सभी नियमों का पालन करने के लिए कहा है। यदि इसके बाद भी मामले सामने आते हैं तो इसके लिए स्कूल प्रबंधक जिम्मेदार होगा।
-डा। रणबीर ङ्क्षसह, आरओ सीबीएसई देहरादून