Dehradun News: सही गाइडेंस, स्किल, एबिलिटी व इंट्रेस्ट को समझकर बनेगा करियर
देहरादून, ब्यूरो: दैनिक जागरण आईनेक्स्ट और अमृता विश्वविद्यापीठम की ओर से आयोजित करियर पाथवेज के दूसरे दिन भी स्टूडेंट्स में खासा उत्साह दिखा। सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी ऑडिटोरियम में आयोजित सेमिनार के दौरान अमृता विश्वविद्यापीठम के एकेडमिक मेंटोर निघिल एन। और मोटिवेशनल स्पीकर विक्रांत जावला ने स्टूडेंट्स की ओर से पूछे गए सवालों के न केवल जवाब दिए। बल्कि, उन्हें करियर से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी शेयर कीं। दूसरे दिन भी सेमिनार के दो सेशंस आयोजित हुए। जिसमें दून सिटी के तमाम स्कूलों के 11वीं और 12वीं के सैकड़ों स्टूडेंट्स ने शामिल होकर एक्सपट्र्स से सवाल पूछे और अपने करियर को लेकर डाउट्स भी क्लियर करवाए। कुल मिलाकर सेकेंड डे के दोनों सेशंस स्टूडेंट्स के लिए आई ओपनिंग सेशंस साबित हुए।ऑप्शंस कम नहीं, गाइडेंस की जरूरत
अपने संबोधन में अमृता विश्वविद्यापीठम के एकेडमिक मेंटोर निघिल एन। ने 11वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए करियर ऑप्शन और मेडिकल-इंजीनियरिंग के फ्यूचर पर बात की। कहा, यही वो वक्त होता है, जब स्टूडेंट्स को अपना करियर सिलेक्ट करना होता है। हालांकि, आजकल इतने सारे ऑप्शन होने की वजह से अक्सर बच्चे कंफ्यूज हो जाते हैं। उन्होंने स्टूडेंट्स को गाइड करते हुए एआई से जुड़े कोर्सेस जैसे बीएससी इको-कॉर्डियोग्राफी टेक्नोलॉजी, बीएससी मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजी, बीएससी ऑप्टोमेट्री और बीएससी न्यूरो इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी के बारे में भी जानकारी दी। बताया, आज के दौर में हेल्थ सेक्टर में टेक्नोलॉजी डॉक्टर्स के लिए सपोर्ट सिस्टम बन चुकी है। रोबोटिक सर्जरी और एआई की मदद से बीमारियों को पहचानना और उनका ट्रीटमेंट करना काफी आसान हो गया है। मेंटोर निघिल ने कहा कि स्टूडेंट्स के पास ऑप्शन्स की कोई कमी नहीं है। लेकिन, उन्हें बस सही गाइडेंस की जरूरत होती है। सही मार्गदर्शन से वे अपने स्किल्स, एबिलिटी और इंट्रेस्ट को समझकर बेहतर करियर का चुनाव कर सकते हैं।फ्यूचर के लिए 3 बातें पर जोर-कोर्स सिलेक्शन-यूनिवर्सिटी-लोकेशनमाई चॉइस, माई फ्यूचर
एकेडमीक मेंटोर निघिल एन। ने बताया कि अमृता विश्वविद्यापीठम लगातार कोशिश कर रहा है कि ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट्स को उनकी करियर से जुडी प्रॉब्लम्स का सॉल्यूशन दिया जा सके। इसके लिए माई चॉइस, माई फ्यूचर नाम का प्रोग्राम भी स्टूडेंट्स को प्रोवाइड कराया जा रहा है। बताया, इस प्रोग्राम के जरिए स्टूडेंट्स को न केवल गाइड किया जाता है। बल्कि, इनकी इस चीज में भी हेल्प की जाती है कि उन्हें अपने लिए कौन-सा करियर ऑप्शन चुनना चाहिए। ये प्रोग्राम हाई स्कूल, हायर सेकेंडरी कॉलेज के स्टूडेंट्स और उन स्टूडेंट्स के लिए हेल्पफुल है, जो अपने करियर में कुछ अलग करना चाहते हैं। इसके अलावा ये प्रोग्राम उनके स्किल्स और पैशन को पहचानने में मदद करता है। साथ ही उन्हें वन टू वन मेंटरिंग भी करता है।सेल्फ मोटिवेशन के टिप्समोटिवेशनल स्पीकर विक्रांत जावला ने स्टूडेंट्स से कहा कि लाइफ में जो भी हासिल करना चाहते हो। उसके लिए सबसे जरूरी है सेल्फ मोटिवेशन और पॉजिटिव थॉट्स। बताया, सबसे पहले ये मान लो कि ऐसा कोई काम नहीं है जो स्टूडेंट्स नहीं कर सकते। ये भी बताया, कि हर इंसान अलग होता है। सबकी स्किल्स, इंट्रैस्ट व एबिलिटी अलग-अलग होती हैं। इसलिए खुद को कभी भी किसी और से तुलना न करें। पहले अपने इंटरेस्ट और स्ट्रेंथ को पहचानने और उसके बाद उस हिसाब से सही प्लानिंग करने की जरूरत होती है। फिर अपने गोल की ओर एक-एक कदम बढ़ाते जाओ। स्टूडेंट्स को मोटिवेट करते हुए उन्होंने कहा कि जब भी कोई काम करो, तो उस पर पूरी तरह फोकस करो।युवाओं को कल्चर व वैल्यू समझने पर जोर
विक्रांत जावला ने कहा कि स्टूडेंट्स के सबसे जरूरी है कि वे अपने कल्चर और एथिकल वैल्यू की इज्जत करें। कहा, 11वीं और 12वीं में पढ़ाई का समय ऐसा होता है, जब आप अपनी लाइफ को लेकर सीरियस होना शुरू करते हैं। उन्होंने कहा कि अक्सर स्टूडेंट्स समझ नहीं पाते कि उनके लिए क्या सही है और क्या गलत। ऐसे में अपने कल्चर और एथिकल वैल्यू को बनाए रखना न सिर्फ आपको एक बेहतर इंसान बनाता है। बल्कि, आपके करियर और पर्सनल लाइफ में भी स्ट्रांग बनाने में मददगार साबित होता है।ये स्कूल हुए थे शामिलसाईं ग्रेस एकेडमीदून कैम्ब्रिज स्कूलकेवी आईआईपीजीआरडीसंत कबीर एकेडमीन्यू एरा एकेडमीमाउंट लिटेरा जी स्कूलदून वल्र्ड स्कूलब्रुकलिन स्कूलएसजीआरआर तालाबज्ञान आइंस्टीन इंटरनेशनल स्कूललक्की ड्रॉ विनर्ससेशन - 1विशु - साईं ग्रेस एकेडमीजीशान - संत कबीर एकेडमीसलोनी - साईं ग्रेस एकेडमीसेशन - 2रिजवान - एसजीआरआर तालाब ब्रांचअभिनव - केवी आईआईपीमानव - दून वल्र्ड स्कूल
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