आइएसबीटी में बसों को देना होगा दोगुना शुल्क
- आईएसबीटी में शुल्क दोगुना से अधिक करने से बस किराए में होगी वृद्धि
-15 अप्रैल से लागू होगी शुल्क वृद्धि, रोडवेज कर्मचारी संगठनों ने जताई नाराजगी
एमडीडीए की ओर से जारी आदेश में उत्तराखंड परिवहन निगम की जिन बसों का शुल्क पहले 120 रुपये था, उसे बढ़ाकर 250 रुपये कर दिया गया है। यही नहीं, दूसरे राज्यों के परिवहन निगम की बसों का शुल्क 120 रुपये से बढ़ाकर 480 रुपये किया गया है। इस शुल्क में 18 प्रतिशत जीएसटी अलग से देना होगा। यानी, उत्तराखंड रोडवेज की बसों को 286 रुपये जबकि दूसरे राज्यों की बसों को 566 रुपये शुल्क देना होगा। यह शुल्क आइएसबीटी के भीतर 4 घंटे तक के लिए मान्य होगा, इसके बाद शुल्क की दरें और बढ़ जाएंगी।
हर ट्रिप पर अलग-अलग दरें नियत
रैमकी कंपनी से करार खत्म होने के बाद बीती वर्ष अगस्त माह से एमडीडीए ने दून आइएसबीटी का संचालन अपने हाथों में ले लिया है। अभी तक की व्यवस्था में समस्त परिवहन निगमों की बसों से 4 घंटे तक के लिए 120 रुपये जबकि 4 घंटे से 24 घंटे तक के प्रवेश व पार्किंग शुल्क के तौर पर 240 रुपये लिए जाते हैं। अब इसमें बढ़ोत्तरी के साथ 18 प्रतिशत जीएसटी अतिरिक्त भी लगा दिया है। अब नई व्यवस्था के बाद उत्तराखंड परिवहन की बसों को पहले ट्रिप पर जीएसटी के साथ 286 रुपये और दूसरे ट्रिप पर 177 रुपये और तीसरे व चौथे ट्रिप पर 118 रुपये शुल्क देना होगा।
परिवहन निगम की बसों का शुल्क तो बढ़ा दिया गया है, लेकिन आइएसबीटी के भीतर से संचालित होने वाली निजी बसों के शुल्क में किसी तरह की वृद्धि नहीं की गई है। परिवहन निगम की मानें तो आइएसबीटी के भीतर से विकासनगर-डाकपत्थर व कालसी की ओर जाने वाली करीब 150 बसें प्रतिदिन संचालित होती हैं। इनसे केवल 75 बसों का एकमुश्त मासिक शुल्क 9000 रुपये लिया जाता है। 15 अप्रैल से यह होगा नया शुल्क
शार्ट स्टे (0 से 4 घंटे तक)
ट्रिप संख्या उत्तराखंड रोडवेज अन्य
पहली ट्रिप 250 रुपये 480 रुपये
दूसरी ट्रिप 150 रुपये 300 रुपये
तीसरी ट्रिप 100 रुपये 200 रुपये
चौथी ट्रिप 100 रुपये 200 रुपये
लांग स्टे (4 से 24 घंटे तक)
ट्रिप संख्या उत्तराखंड रोडवेज अन्य
पहली ट्रिप 375 रुपये 700 रुपये
दूसरी ट्रिप 225 रुपये 450 रुपये
तीसरी ट्रिप 150 रुपये 300 रुपये
चौथी ट्रिप 150 रुपये 300 रुपये
(नोट: इस शुल्क में 18 प्रतिशत जीएसटी अतिरिक्त देना होगा।)
दरों में वृद्धि का विरोध करते हुए उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन ने वृद्धि तत्काल वापस लेने की मांग की है। साथ ही आरोप लगाया कि दूसरे राज्यों की बसों के लिए जो बेहताशा वृद्धि की गई है, उससे बसें आइएसबीटी के भीतर आने के बजाए बाहर ही यात्रियों को उतारकर रवाना हो जाएंगी। आदेश स्थगित करने का आग्रह
यात्रा व ग्रीष्मकालीन पर्यटन को देखते हुए उत्तराखंड परिवहन निगम ने एमडीडीए से जून तक शुल्क वृद्धि का निर्णय स्थगित करने का आग्रह किया है। निगम के प्रबंध निदेशक डा। आशीष श्रीवास्तव की ओर से इस संबंध में एमडीडीए उपाध्यक्ष को पत्र भेजा गया है। हालांकि, अभी एमडीडीए ने इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया है।
सुधारीकरण पर किए करोड़ों रुपए खर्च
एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने बताया कि आइएसबीटी में बसों के प्रवेश व पार्किंग शुल्क को लेकर वृद्धि लंबे समय से प्रस्तावित थी। जब पिछले वर्ष एमडीडीए ने आइएसबीटी का स्वामित्व व संचालन अपने पास लिया था, उसके बाद लाखों-करोड़ों रुपए खर्च कर इसका सुधारीकरण व सौंदर्यीकरण का कार्य कराया गया। सुविधाओं के हिसाब से शुल्क बढ़ाना नाजायज नहीं है।
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